प्रवचन: आंतरिक शत्रुओं पर विजय पाना ही विजयादशमीः डा.मणिभद्र महाराज
आगरा। नेपाल केसरी और मानव मिलन संगठन के संस्थापक, जैन मुनि डा.मणिभद्र महाराज ने कहा कि राम और रावण जैसी प्रवृत्तियां हमेशा थीं, आज भी हैं और आगे भी रहेंगी। इसलिए हमें अपने आंतरिक रावण का वध करके श्रीराम को हृदय में बसा लेना चाहिए। राजामंडी के जैन स्थानक में हो रहे भक्तामर स्रोत में […]
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