पुरस्कार स्‍वीकार, लेकिन साथ मिलने वाली धनराश‍ि नही लेंगे: गीता प्रेस गोरखपुर

गोविंद भवन ट्रस्ट की गीताप्रेस 100 साल की हो चुकी है। साल 1923 में किराए की एक दुकान ये शुरू हुई इस प्रेस की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। मात्र 1 रुपये में लोगों तक गीता उपलब्ध करवाने वाली गीताप्रेस ने कई उतार-चढ़ाव देखे। आज ये प्रेस सिर्फ एक प्रिटिंग प्रेस नहीं, बल्कि जनभावना बन […]

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