हो न हो ये वही हैं… जिनकी चर्चा न तेरी है, न मेरी है…

एक बार फिर से उनकी याद, स्मृतियाँ और उनकी सीख उनके शब्दों में आज भी जहन से आत्मा तक मुझे झकझोर देती हैं। ये बात हर उस शख्स को याद होगी जिसका किसी भी तरह का कोई खास रिश्ता किसी से जुड़ा हो। यूं तो ये मेरे बाबूजी की यादें हैं पर इस संसार के […]

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