जयंती विशेष: “माय डार्लिंग…समय आने पर हिमपर्वत भी पिघलता है
ये 1934 का साल था. सुभाष चंद्र बोस उस वक्त ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में थे. उस वक्त तक उनकी पहचान कांग्रेस के योद्धा के तौर पर होने लगी थी. सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान जेल में बंद सुभाष चंद्र बोस की तबीयत फरवरी 1932 में ख़राब होने लगी थी. इसके बाद ब्रिटिश सरकार उनको […]
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