भीषण गर्मी से खुला काम करने वाले मजदूरों को सबसे ज्यादा नुकसान क्यों ?

भारत में हाल ही में आई भीषण गर्मी से डेली वर्कर्स, विशेषकर डिलीवरी कर्मियों, ईंट-भट्ठों पर काम करने वालों और दिहाड़ीदार मजदूरों के लिए कामकाजी परिस्थितियां गंभीर हो गई हैं। भीषण गर्मी ने खुला काम करने वाले वर्कर्स के लिए कठोर कार्य स्थितियों और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है। इस भीषण […]

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छात्रों में तनाव और चिंता का कारण बनती प्रश्नपत्र लीक होने की बढ़ती घटनाएं

यह दुर्भाग्य की बात है कि शिक्षा क्षेत्र की कई समस्याओं के समाधान की कोई राह नहीं दिख रही है। इन्हीं में से एक है प्रश्नपत्र लीक होने की समस्या। शायद ही कोई ऐसा राज्य हो, जहां किसी न किसी प्रतियोगी या नियमित परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सुर्खियों में न रहता हो। […]

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कंगना को थप्पड़, खूनी दौर का संकेत: इस विचारधारा का जिम्मेदार आखिर है कौन?

थप्पड़ उतना मारक नहीं है जितना कि इस थप्पड़ को लेकर खुश होने वाले बुद्धिजीवियों की हंसी। इस तरह की विचारधारा को सिर उठाने के पहले कुचल देने की जरूरत है। देश का हर नेता किसी न किसी के बारे में आए दिन जहर उगलता रहता है। अगर हर नेता की बात पर सुरक्षा बलों […]

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एग्जिट पोल 2024: 370 की धार क्या ले जाएगी 400 पार?

(400 पार? ऐसा सिर्फ़ एक बार हुआ है, दिलचस्प बात यह है कि यह मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की मौजूदा स्थिति से अलग नहीं है।) एग्जिट पोल 2024 में भाजपा (एनडीए) की तीसरी बार शानदार वापसी के साथ दक्षिण में महत्वपूर्ण बढ़त का अनुमान लगाया है। यह रुझान महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा ने पिछले […]

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प्रचंड गर्मी में ठंडक देता ‘मिट्टी का घड़ा’: इम्‍युन सिस्‍टम भी होता है मजबूत

गर्मियों के मौसम में आज भी कई घरों में मिट्टी का बना घड़ा या मटका नजर आ जाता है। भारत में मटके में पानी रखने की परंपरा बहुत पुरानी है। कई तरह के वॉटर प्‍यूरीफायर और कंटेनर्स आने के बाद भी आज तक लोग मिट्टी का घड़ा अपने घरों में रखते हैं। मिट्टी में कई […]

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जाम से रेंगते शहर: जो चौराहे कभी शहर की पहचान हुआ करते थे, आज वो बन गए हैं जाम के कुख्यात केंद्र

भारत में तेजी से हो रहे शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि के कारण वाहनों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, जिससे प्रमुख शहरों में यातायात की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। इस समस्या से निपटने के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता है, ताकि यातायात का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित हो, प्रदूषण कम हो और शहरी […]

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वोटर लिस्ट में बढ़ती महिलाएं संसद में कब बढ़ेगी, वोट 48%, फिर सीटें 14% ही क्‍यों?

महिलाओं का वोट 48%, फिर सीटें 14% ही क्‍यों? भारत की महिला मतदाता; एक ताकत है जिसे गिना जाना चाहिए। राजनीतिक दल कल्याणकारी योजनाओं और रियायतों के वादों के साथ महिलाओं के वोट हासिल करने की होड़ में हैं, लेकिन सच्चा सशक्तिकरण अभी भी मायावी है। जब तक राजनीतिक पार्टियां अधिक से अधिक महिलाओं को […]

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राजनीतिक हस्तक्षेप से त्रस्त शिक्षा संस्थान: विश्वविद्यालय शैक्षणिक सुधारों के बजाय बनते जा रहे राजनीतिक हितों के पोषण का केंद्र

विश्वविद्यालय शैक्षणिक सुधारों के बजाय राजनीतिक हितों के पोषण का केंद्र न बनने पाएं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति केंद्र सरकार और राज्यों के विश्वविद्यालयों में राज्य सरकारें करती हैं। जिस राज्य में जिस पार्टी की सरकार होती है, वह अपने चहेतों को कुलपति नियुक्त करती है। हर राज्य में इस तरह के उदाहरण […]

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जहां त्याग नहीं वहां कैसी सफलता ?

त्याग न केवल मनुष्य की उच्च नैतिक स्थिति को पार करता है, लालच, क्रोध, सुखवाद आदि जैसी नकारात्मक भावनाओं और नकारात्मक दृष्टिकोण को कम करता है बल्कि दूसरों को उनके अधिकारों का एहसास कराने में भी मदद करता है। “बलिदान के बिना कोई प्रगति नहीं हो सकती, कोई उपलब्धि नहीं हो सकती और किसी व्यक्ति […]

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आखिर क्यों आदर्श आचार संहिता की कोई नज़ीर पेश नहीं होती?

बीते कुछ सालों में देश में जितने भी चुनाव हुए हैं, चाहे वो लोकसभा के हों या विधानसभा के, सब में आचार संहिता उल्लंघन के मामले सामने आते रहे हैं। राजनीतिक पार्टियां आमतौर इसे बहुत गंभीरता से नहीं लेतीं। उल्लंघन करने पर कार्रवाई तो होती है, पर वो ऐसी नहीं होती की कोई नज़ीर पेश […]

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