आगरा। विदेशी जमीं पर दो दशक से भी अधिक समय से गणतत्र दिवस के जश्न को धूम धाम से मनाते आ रहे भारतीय मूल के दुबई निवासी सैय्यद सलाउद्दीन ने देश प्रेम की अनूठी मिसाल पेश की है। रिपब्लिक डे ऑफ़ इंडिया पर प्रति वर्ष दिल्ली के लाल किले की तर्ज पर कवि सम्मलेन और मुशायरे के भव्य आयोजन में लहलहाते तिरंगे झंडे और राष्ट्र गान से संयुक्त अरब अमीरात यूएई की धरती पर वतन परस्ती से उन्होंने पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई है।
कॉर्पोरेट काउंसिल फॉर लीडरशिप एंड अवेयरनेस (सीसीएलए) द्वारा दुबई में प्रस्तावित इंडिया-यूएई इकोनॉमिक पार्टनरशिप कॉन्क्लेव के उद्घोषणा समारोह में दुबई से पधारे सैय्यद सलाउद्दीन को भारतीय संस्कृति के संवाहक के रूप इनक्रेडिबल इंडिया फाउंडेशन एवं सीसीएलए द्वारा कल्चरल एंबेसडर ऑफ इंडिया इन यूएई के सम्मान नवाज़ा गया। यह सम्मान उन्हें प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य एवं मौजूद अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया।
उनको मिले सम्मान के मौके पर एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, प्रकाश ग्रुप के एमडी राजेश गर्ग, लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, तपन ग्रुप के चेयरमैन सुरेश चंद्र गर्ग, चेंबर के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मुकेश शर्मा, एनएसआईसी के शाखा प्रबंधक पुष्पेंद्र सूर्यवंशी, प्रशस्ति स्टूडियो के संस्थापक डॉ. कुमार मनोज, इफ्कोमा के महासचिव दीपक मनचंदा, साइंटिफिक पैथलॉजी के एमडी डॉ. अशोक शर्मा, जीडी गोयनका के प्रो वाईस चेयरमैन संजय अग्रवाल,अप्सा अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता, प्रख्यात कवि पवन आगरी, सीसीएलए के महासचिव अजय शर्मा, संयोजक ब्रजेश शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे।