ओडिशा के बालासोर जिले में हुई ट्रेन दुर्घटना को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। तमाम विपक्षी दल रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसी बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि ओडिशा ट्रेन हादसे के पीछे टीएमसी की साजिश है। सुवेंदु ने सीबीआई से जांच कराने पर सवाल उठाने जाने को लेकर ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई को इस बात की जांच करनी चाहिए कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने दो रेल अधिकारियों के बीच शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के बहनागा रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतरने के बारे में फोन पर हुई बातचीत के रिकॉर्ड तक कैसे पहुंची?
सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘तृणमूल नेताओं ने सोशल मीडिया पर रेलवे के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत को देखा और प्रसारित किया। यह कैसे संभव हो सकता है? मुझे नहीं लगता कि कॉल रेलवे ने लीक की होगी। मुझे पूरा संदेह है कि कोलकाता पुलिस के कुछ अधिकारियों ने इसकी रिकॉर्डिंग की है।’
सीबीआई से करेंगे यह मांग
बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि वह कुछ दिनों तक प्रतीक्षा करेंगे और फिर यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे कि सीबीआई बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच के दायरे में इस कॉल लीक प्रकरण को शामिल करे, जिसमें पश्चिम बंगाल के कई लोगों सहित लगभग 300 लोग मारे गए हैं।’
‘नहीं तो जाऊंगा कोर्ट’
सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘अगर कुछ नहीं होता है, तो मैं व्यक्तिगत रूप से भुवनेश्वर जाऊंगा और अपनी याचिका के साथ वहां सीबीआई कार्यालय जाऊंगा। अगर तब भी कुछ नहीं होता है, तो मैं अदालत का रुख करूंगा।’
कुणाल घोष ने शेयर किया था पोस्ट
शनिवार को तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से दोनों अधिकारियों के बीच रिकॉर्ड की गई कॉल को प्रसारित किया था। हालांकि उन्होंने इस वीडियो में लिखा था कि वह इस बातचीत की प्रामाणिकता को सत्यापित नहीं कर सकते। सुवेंदु अधिकारी ने यह भी दावा किया कि जब से रेलवे बोर्ड ने ट्रेन हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश की है, तब से तृणमूल नेतृत्व दहशत में है।
‘सीबीआई से इतना डर क्यों?’
अधिकारी ने सवाल किया, ‘इस घबराहट का कारण क्या है, जब दुर्घटना का स्थान पश्चिम बंगाल नहीं है।’ सुवेंदु ने आरोप लगाया कि घटना टीएमसी की साजिश है। ये कल से इतना क्यों घबरा रहे हैं जबकि ये घटना दूसरे राज्य की है।
सीबीआई जांच से क्यों डरते हैं? इन लोगों ने पुलिस की मदद से दोनों रेलवे अधिकारियों के फोन टैप किए। इन लोगों को रेलवे के दो अधिकारियों की बातचीत का पता कैसे चला? बातचीत कैसे लीक हो गई। सीबीआई जांच में यह आना चाहिए। नहीं आया तो कोर्ट जाऊंगा।
Compiled: up18 News