शिवपाल यादव ने अब अखिलेश यादव के खिलाफ खुलकर बयान दिया है। अब तक वे बिना नाम लिए ही पार्टी से अपनी नाराजगी की बात करते रहे थे। पहली बार उन्होंने अखिलेश यादव पर सीधा निशाना साधा है। दरअसल, समाजवादी पार्टी के भीतर उनके भाजपा के संपर्क में होने की बात कही जा रही है। अखिलेश ने भी आगरा के एक कार्यक्रम में कहा था कि चाचा शिवपाल यादव भाजपा के संपर्क में हैं। शिवपाल यादव पहले भी कई बार इन सवालों के जवाब सही वक्त आने पर देने की बात करते रहे हैं। अब उन्होंने सीधे-सीधे अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि अगर उन्हें लगता है कि मैं भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हूं तो मुझे विधानमंडल दल से निकाल क्यों नहीं देते?
शिवपाल यादव का यह सवाल अब लखनऊ के पॉलिटिकल कॉरिडोर में चर्चा का विषय बन गया है। उनके सवाल के कई अर्थ लगाए जाने लगे हैं।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर शिवपाल यादव अपनी तरफ से पार्टी छोड़ते हैं तो उन्हें दल-बदल कानून के तहत सदस्यता गंवानी पड़ सकती है। अगर अखिलेश यादव उन्हें पार्टी से निकालते हैं तो वे खुद के खिलाफ साजिश की बात कर सकते हैं। शिवपाल यादव के बयान को इसी रूप में लिया जा रहा है।
वहीं, राजनीतिक पंडितों का दावा है कि शिवपाल के ताजा बयानों ने साफ कर दिया है कि समाजवादी पार्टी में अब उनके लिए कुछ खास बचा नहीं है।
शिवपाल पर अखिलेश ने किया था हमला
अखिलेश यादव ने बुधवार को शिवपाल यादव पर करारा हमला बोला था। उन्होंने शिवपाल यादव पर इशारों में भाजपा का करीबी होने का आरोप लगाया था। अखिलेश ने कहा था कि उन्हें चले जाना चाहिए। अब शिवपाल ने उनके बयान पर करारा पलटवार किया है।
शिवपाल ने अखिलेश के बयान को गैरजिम्मेदाराना करार दे दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर अखिलेश को लगता है कि मैं भाजपा के साथ हूं तो मुझे विधानमंडल दल से निकाल दें। इसके साथ-साथ शिवपाल यादव ने आजम खान से भी मुलाकात करने की बात कही है। आजम भी इन दिनों अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। उनकी नाराजगी की खबर आने के बाद पिछले दिनों रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।
अखिलेश को निकालने का अधिकार
शिवपाल यादव ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से एक हूं। भारतीय जनता पार्टी से संपर्क को लेकर उन्हें मुझे निकालने का अधिकार है। शिवपाल यादव ने इस प्रकार से बड़ा दांव खेल दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि अखिलेश उन्हें पार्टी से हटा सकते हैं।
शिवपाल के इस बयान को चुनौती के रूप में भी देखा जा रहा है। शिवपाल यादव बड़े भाई और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे हैं। अभी भी सपा में मुलायम के करीबी नेताओं की कमी नहीं है। ऐसे में शिवपाल यादव अपने बयान के जरिए अखिलेश को चुनौती देते दिख रहे हैं। अगर अखिलेश उन्हें हटाते हैं तो कई अन्य विधायक भी इसकी खिलाफत में उतर सकते हैं, इसका भी अंदेशा जताया जा रहा है।
राजभर के दावों की भी खोली पोल
शिवपाल यादव ने सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के दावों की भी पोल खोल कर रख दी है। राजभर ने पिछले दिनों दावा किया था कि वे और शिवपाल यादव एक बड़े कार्यक्रम के मंच पर साथ दिखने वाले हैं इस संबंध में शिवपाल ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर से हमारी बात नहीं हुई है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि हो सकता है कि वे मेरे नाम के किसी के अन्य आदमी से बात कर रहे हों।
आजम खान से मुलाकात करेंगे शिवपाल
शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे आजम खान से मुलाकात करने की भी बात कही है। उन्होंने आजम खान को साहब के नाम से संबोधित करते हुए कहा कि उनके लगातार संपर्क में हैं। जल्द उनसे मुलाकात करने जाएंगे। साथ ही, भाजपा में शामिल होने के सवाल पर शिवपाल ने एक बार फिर पुराना ही जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उचित समय आने दीजिए, आपको अपना निर्णय बता दूंगा। कहां जा रहा हूं? क्या कर रहा हूं? कुछ नहीं छुपाउंगा। शिवपाल के बयान ने यूपी की राजनीति को एक बार फिर गरमा दिया है।
-एजेंसियां
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