लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में निराशाजनक रहा है, जो पार्टी के बहुमत तक न पहुंच पाने की एक बड़ी वजह बना। प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बीच पार्टी के दो बड़े नेताओं के बीच मनमुटाव को लेकर भी चर्चा तेज है। इसी बीच प्रदेश के विपक्षी दल यानी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने साथ सरकार बनाने का खुला ऑफर पेश किया है।
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर-प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे। इस चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन केशव मौर्या ने बागी शुरू अपना कर आलाकमान के माथे पर पसीने ला दिए हैं। दरअसल, प्रदेश की भाजपा इकाई की कार्यसमिति की बैठक में ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कार्यकर्ताओं की बात करते हुए कहा था कि ‘जो आपका दर्द है, वही मेरा भी दर्द है और भाजपा में सरकार से बड़ा संगठन है, संगठन था और रहेगा।’
केशव मौर्य ने यह भी कहा था कि 7 कालिदास मार्ग कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खुला है। केशव मौर्या के इसी बयान के बाद यूपी भाजपा में मतभेद और मनभेद की खबरें सार्वजनिक हो गई हैं।’ डिप्टी सीएम के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं, भाजपा में मतभेद की खबरों के बीच पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘मानसून ऑफ़र: सौ लाओ, सरकार बनाओ!’
मानसून ऑफ़र: सौ लाओ, सरकार बनाओ!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 18, 2024
सूत्रों की मानें तो अगर भाजपा में कोई भी नेता 100 विधायकों का समर्थन जुटा लेता है तो सपा सीएम पद के लिए उसे समर्थन दे सकती है। इसे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से जोड़कर देखा जा रहा है।
-compiled by up18News
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