उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की ‘ज्यूडिशियरी को कमजोर’ करने वाली टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने शुक्रवार (23 दिसंबर) को कहा कि अगर वे इस मामले में कुछ नहीं कह पाते तो वो अपने संवैधानिक उत्तरदायित्वों को निभाने में असफल रहते.
राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार (23 दिसंबर) को उच्च सदन में कहा कि उन पर ज्यूडिशियरी को कमजोर करने का आरोप लगाया जा रहा है, जो उचित नहीं है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की प्रतिक्रिया
राज्यसभा में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि न्यायपालिका को लेकर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी की टिप्पणी उनकी समझ से परे है. उन्होंने ये भी कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की टिप्पणी पूरी तरह गलत है. ये लोकतंत्र में भरोसे की कमी की तरफ इशारा करती है. यह लोकतंत्र का स्तंभ है. मैं नेताओं से आग्रह करता हूं और अपेक्षा करता हूं कि वे उच्च संवैधानिक पदों पर पक्षपात का आरोप न लगाएं.
सोनिया गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने सदन में इस मसले को उठाया था. कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने भी मांग करते हुए कहा कि अगर एक लोकसभा सदस्य बाहर बात करती हैं तो सदन में इस पर चर्चा नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी ने कहा था कि सरकार न्यायिक सुधार के बहाने ज्यूडिशियरी को कमजोर करने की कोशिश कर रही है. इस टिप्पणी को उपराष्ट्रपति ने अशोभनीय बताया था.
Compiled: up18 News
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