उदयपुर में सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने हमें बहुत कुछ दिया, अब समय है कर्ज उतारने का

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राजस्‍थान के उदयपुर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हमेशा की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि मोदी और उनके सहयोगियों ने ध्रुवीकरण को सरकार में स्थायी बना लिया है। लोग डर और असुरक्षा के भाव में जी रहे हैं। अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है, जो हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा है।

उन्होंने उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर के उद्घाटन अवसर पर कहा कि मोदी और उनकी सरकार कहती है कि मैक्जिमम गवर्नेंस और मिनिमम गवर्नमेंट। हकीकत यह है कि विभाजन को स्थायी बना दिया गया है। हमारे समाज के बहुलवाद को निशाना बनाया जा रहा है। राजनीतिक विरोधियों को डराया-धमकाया जा रहा है। जेल में डाला जा रहा है। जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतंत्र के सभी स्तंभों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू जैसे हमारे नेताओं के योगदान, उपलब्धियों और त्याग को नकारा जा रहा है। महात्मा गांधी के हत्यारों और उनकी विचारधारा को महिमामंडित किया जा रहा है।

भाजपा और आरएसएस पर साधा निशाना

चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर भी निशाना साधा। इस सरकार में लोग डर और असुरक्षा में जी रहे हैं। हमारे ही समाज का अभिन्न हिस्से अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारों का महिमा मंडन किया जा रहा है। उनकी विचारधारा को बढ़ाया जा रहा है, जबकि जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं के योगदान को नकारा जा रहा है

पार्टी ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब समय है कर्ज उतारने का

सोनिया ने यह भी कहा कि संगठन में ढांचागत बदलावों की आवश्यकता है। अभूतपूर्व परिस्थितियों का सामना अभूतपूर्व कदम उठाकर करना होता है। हम यह ही करने जा रहे हैं। इस बैठक के बाद बाहर एक ही संदेश जाना चाहिए कि संगठन की मजबूती, दृढ़ निश्चय और एकता का संदेश। हमें मिली नाकामयाबियों से हम बेखबर नहीं है। न ही हम बेखबर हैं, कठिनाइयों के संघर्ष से, जिसका हमें सामना करना है। हम देश की राजनीति में पार्टी को फिर उस भूमिका में ले जाएंगे, जो पार्टी ने हमेशा निभाई है। इन बिगड़ते हालात में देश की जनता हमसे उम्मीद करती है। हम यहां ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण कर रहे हैं, लेकिन हम यह तय करें कि यहां से बाहर निकलेंगे तब एक नए आत्म विश्वास, नई ऊर्जा और प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर निकलेंगे।

400 बड़े नेता हुए शामिल

शिविर में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत देशभर के 400 बड़े नेता शामिल हुए हैंं। इनको संदेश देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि बैठक के बाद यहां से एकता का संदेश ही बाहर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम यहां पर पूरी ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण कर रहे हैं, लेकिन जब हम यहां से निकलेंगे तो नए आत्मविश्वास और नई ऊर्जा के साथ निकलेंगे।

-एजेंसियां