हर देश की अपनी एक आधिकारिक मुद्रा होती है। जैसे भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर और यूरोपीय देशों में यूरो। लेकिन अगर हम आपको बताएं कि दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जिनकी अपनी कोई मुद्रा नहीं है, तो थोड़ा सुनकर आपको अजीब लग सकता है या फिर आप इसे मजाक समझ सकते हैं लेकिन ये पूरी तरह से सच है। आज हम इस लेख में उन देशों के बारे में जानकारी लेकर आएं हैं, जिनकी अपनी कोई मुद्रा नहीं है।
जिम्बाब्वे
दक्षिण अफ्रीका में स्थित रिपब्लिक ऑफ जिम्बाबे को 2009 में एक गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। अधिक कर्जे में डूबने के कारण, उसे अपनी मुद्रा को खत्म करना पड़ा। यहां दक्षिण अफ्रीका की मुद्रा रैंड, ब्रिटिश पाउंड, यूरो, येन, रुपया, यूएस और ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है।
इक्वेडोर
दक्षिण अमेरिका में स्थित इक्वाडोर मुख्य रूप से अपने तेल संसाधनों पर निर्भर है। वर्ष 2000 में गंभीर आर्थिक संकट की चपेट में आने के बाद यहां की अर्थव्यवस्था कभी उभर नहीं पाई। यह देश कर्ज में चला गया, जिसके कारण इसे अपनी मुद्रा को खत्म करना पड़ा। यहां यूएस डॉलर अब यहां मान्य है।
नाउरू
नाउरू दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। यह दुनिया का सबसे छोटा द्वीप राष्ट्र है, जिसका क्षेत्रफल केवल 8.1 वर्ग मील है। यहां की आबादी महज 10 हजार है। यह एक ऐसा देश है जिसके पास न राजधानी है, न सेना है और न ही मुद्रा है। ये देश कई वर्षों तक जर्मनी के अधीन रहा था। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने मित्र देशों की मदद से इसे मुक्त कराया था। तब से ऑस्ट्रेलियाई मुद्रा डॉलर यहां मान्य है।
मोनाको
यूरोपीय महाद्वीप में स्थित मोनाको दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है। यहां की आबादी महज 37 हजार है। यह फ्रांस पर निर्भर देश है और यहां सिर्फ फ्रांस की मुद्रा यूरो मान्य है।
पनामा
पनामा मध्य अमेरिका का एक देश है। 1903 में, अमेरिका की मदद से, यह कोलंबियाई संघ से अलग हो गया और एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। पनामा नहर को लेकर अमेरिका और पनामा के बीच हुए समझौते के बाद से यहां अमेरिकी डॉलर प्रचलन में है और यहां की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से अमेरिकी डॉलर पर निर्भर है।
-एजेंसियां
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