सांप पर कई सारे मुहावरे भारत में प्रचलित हैं. इन्हीं मुहावरों में ‘आस्तीन में सांप पालना’ भी एक मुहावरा है. इस मुहावरे का अर्थ ‘मित्र के रूप में शत्रु’ होता है. हालांकि सिर्फ मुहावरे में ही सांप नहीं पाला जाता बल्कि असल दुनिया में भी लोग सांप पालते हैं. वहीं सांप (Snake) पालकर उससे करोड़ों रुपये की आमदनी भी कमाई जा सकती है. कई देश ऐसे हैं जहां सांप पालकर लोग लाखों-करोड़ों की कमाई कर रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं.
करोड़ों रुपये का बिजनेस
दरअसल, जिस तरह से मुर्गी पालन और मछली पालन किया जाता है… उसी तरह से सांपों को भी बिजनेस के उद्देश्य से पाला जाता है. इस स्नेक फार्मिंग (Snake Farming) कहा जाता है. सांपों को पालकर उनका जहर निकाला जाता है और उनका जहर लाखों-करोड़ों रुपये में बिकता है. हालांकि कई देशों में सांपों को पालना गैर-कानूनी है लेकिन चीन में यह करोड़ों रुपये का बिजनेस है.
सांप के जहर की मांग
चीन में लोग सांप को पालते हैं और उसके जहर से करोड़ों रुपये कमाते हैं. सांप के जहर की मांग दुनिया भर में है क्योंकि सांप का जहर अलग-अलग दवाई बनाने के लिए भी काम में लिया जाता है. हालांकि इस कारोबार में जितना ज्यादा रिस्क है, उतना ही ज्यादा प्रॉफिट है. अलग-अलग प्रजातियों के हिसाब से एक लीटर जहर की कीमत वैश्विक स्तर पर करोड़ों में हो सकती है.
काफी ज्यादा है प्रॉफिट
सांप पालन (Snake Farming) व्यवसाय बहुत ही आकर्षक है क्योंकि वैश्विक जहर बाजार में सांप के जहर की मांग बढ़ रही है. इसके विपरीत सांप पालन व्यवसाय में शामिल लोगों की संख्या काफी कम है, इसलिए आपूर्ति में भी कमी है. सांप पालन व्यवसाय में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विभिन्न सांप प्रजातियों का पालन शामिल है. अगर कोई शख्स इस कारोबार को करने का जोखिम उठा सकता है तो उसके लिए यह काफी प्रॉफिटेबल कारोबार है.
हर साल करोड़ों की कमाई
चीन का एक छोटा-सा गांव Zisiqiao स्नेक फार्मिंग के लिए जाना जाता है. हालांकि यह गांव सिर्फ सांप पालन से हर साल करोड़ों रुपये कमा लेता है. यह गांव सिर्फ सांप पालन कारोबार से हर साल करीब 12 मिलियन डॉलर (करीब 100 करोड़ रुपये) कमाता है.
Compiled: up18 News