बीते कुछ सालों में अक्सर चर्चा में रहने वाली स्मार्ट सिटी परियोजना अब अपने अंतिम दौर में है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ अगले महीने यानी मार्च में भारत की पहली 22 स्मार्ट सिटी बनकर तैयार हो जाएंगी.
संसद में छह फरवरी को सरकार ने बताया था कि 27 जनवरी तक 7804 प्रोजेक्ट्स में से 5246 प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं.
इन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में लगभग 98 हज़ार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
22 स्मार्ट सिटी में कौन-कौन से शहर?
भोपाल
इंदौर
आगरा
वाराणसी
भुवनेश्वर
चेन्नई
कोयंबतूर
इरोड
रांची
सालेम
सूरत
उदयपुर
विशाखापट्टनम
अहमदाबाद
काकीनाड़
पुणे
वेल्लोर
पींपरी
मदुरै
अमरावती
तिरुचिरापल्ली
तंजावूर
स्मार्ट सिटी है क्या?
मोदी सरकार ने शहरों को स्मार्ट बनाने के लिए निवेश का ऐलान साल 2014 में लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान किया था.
इसके बाद ‘स्मार्ट सिटी योजना’ अगले साल यानी 2015 में लॉन्च हुई. सरकार ने ये साफ़ किया था कि स्मार्ट सिटी की कोई तय परिभाषा नहीं है. लेकिन इसने 100 चुने गए शहरों में रहने वाले लोगों की ज़िंदगी बेहतर बनाने के लिए फ़ंड देने का वादा किया था. सरकार ने शहरों को स्मार्ट बनाने के लिए आधुनिक तकनीक और तौर-तरीकों के इस्तेमाल की बात कही थी.
सरकार का दावा था कि इन 100 शहरों में न सिर्फ़ बिजली और ऊर्जा की कमी पूरी करने वाली इमारतें होंगी बल्कि सीवेज के पानी कूड़े और ट्रैफ़िक जैसी तमाम बुनियादी समस्याओं से निबटने के लिए नई टेक्नॉलजी का इस्तेमाल भी होगा.
Compiled: up18 News