आगरा: आपको बता दें कि आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हाथी घाट पर गंगाजल लाइन के लिए गड्ढा खोदा गया था। पाइप लाइन बिछा दी गई लेकिन ठेकेदार ने इसको सही तरीके से नहीं भरा। बल्कि इसके चारों ओर कवर कर दिया गया।
सोमवार देर रात इसके चक्कर में हादसा हो गया। आगरा किला से जीवनी मंडी की ओर स्लीपर बस जा रही थी। इसमें 59 यात्री सवार थे। हाथीघाट पर चालक ने बस को किनारे किया तो यह गंगाजल पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढे में फंस गई। गड्ढे में पानी भरा हुआ था। बस अनियंत्रित हो गई। इसका एक्सेल टूट गया। एक पहिया अलग हो गया। बस अनियंत्रित होकर पास ही लगे पुलिस बूथ के पास जैसे तैसे रुकी। हादसे के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। आसपास के लोग दौड़े। सवारियों को बाहर निकाला।
बताया जा रहा है कि हाथी घाट पर यह गड्ढा करीब 25 दिन पहले खोदा गया था। पुलिस—प्रशासन के साथ हुई बैठक में पिछले दिनों व्यापारियों ने यह मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि इससे हादसा हो सकता है। सावन के दूसरे सोमवार को लगने वाली परिक्रमा से पहले भी व्यापारियों ने इसकी शिकायत की थी। मगर किसी ने नहीं सुनी।
व्यापार मंडल दरेसी नंबर एक के अध्यक्ष राजकुमार गुरनानी , गोपाल पुरसनानी और ईश्वरलाल ने बताया कि व्यापार मंडल की शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बारिश हो रही है। ऐसे में गड्ढे में पानी भरा रहता है। व्यापारियों में आक्रोश है।