2007 में आज के ही दिन सिक्सर किंग युवराज सिंह ने जड़े थे एक ओवर में 6 छक्के

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आज ही के दिन 15 साल पहले टी-20 क्रिकेट में पहली बार किसी खिलाड़ी ने लगातार छह छक्के उड़ाए थे। इस मैच के बाद ही युवराज सिंह को सिक्सर किंग का नाम मिला था। मौका था वर्ल्ड टी-20 का। युवाओं से सजी टीम इंडिया लगातार अपने मिशन पर बढ़ रही थी। लीग मैच में अगला मुकाबला इंग्लैंड से था। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सहवाग-गंभीर ने शानदार शुरुआत की। दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक भी पूरे किए।

17वें ओवर में आए युवराज

स्कोर जब 155 रन था तब रॉबिन उथप्पा के रूप में टीम का तीसरा झटका लगा। यह लगातार तीन ओवर में भारत को मिला तीसरा झटका था। अब क्रीज पर धोनी और युवराज दो नए बल्लेबाज थे। उस दिन युवी अलग मूड में लग रहे थे। पहली गेंद डॉट खेलकर पिच का मिजाज भांपा फिर अपनी दूसरी बॉल को कवर्स के ऊपर से चौके के लिए भेज दिया। अगले ओवर में एंड्र्यू फ्लिंटॉफ को दो चौके मारे तो इंग्लिश ऑलराउंडर चिढ़ गया। ओवर खत्म होने पर युवी को गला काटने तक की धमकी दे डाली।

फिर आए एक ओवर में छह छक्के

एंड्र्यू फ्लिंटॉफ से विवाद बढ़ गया। अंपायर्स को बीच-बचाव करना पड़ा। गुस्से से तमतमाए युवराज सिंह ने अपनी सारी भड़ास स्टुअर्ट ब्रॉड पर निकाल दी। तब 21 साल के रहे ब्रॉड की युवी ने ऐसी धुनाई की कि मिसाल ही बन गई। युवराज ने एक ओवर में छह छक्के जड़े। साउथ अफ्रीका के किंग्समीड मैदान में ऐसा बल्ला चला कि चारों कोने में छक्के की बरसात हुई। इस मैच में युवराज ने टी-20 इंटरनैशनल में 12 गेंदों पर हाफ सेंचुरी भी लगाई थी, जो आज भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

चारों दिशाओं में घुमाया बल्ला

युवराज ने स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद पर मिडविकेट पर छक्का लगाकर अपने अभियान की शुरुआत की। अगले गेंद को स्क्वैयर लेग के ऊपर से फ्लिक किया। ब्रॉड की तीसरी गेंद ऑफ-साइड पर थी युवराज ने एक और छक्का जड़ा। चौथी गेंद कमर तक फुल टॉस थी, जिसे उन्होंने आसानी से सीमा रेखा के पार भेजा। पांचवीं गेंद पर ब्रॉड ने ओवर द विकेट आकर गेंद की दिशा और लेंथ बदलने की कोशिश की, लेकिन इस बार भी नतीजा नहीं बदला। छठी गेंद पर भी छक्का लगाकर युवराज ने अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज कर लिया।

12 गेंदों में फिफ्टी, 14 गेंदों में 58 रन

स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में युवराज ने 6 छक्के जड़कर T20 क्रिकेट का नया कीर्तिमान अपने नाम किया था। इस पारी में उन्होंने 14 गेंदें खेलकर 58 रन बनाए थे। युवी की इसी पारी के दम पर टीम इंडिया ने यहां 18 रन से जीत अपने नाम की थी। अपनी इस पारी को एक बार फिर याद करते हुए युवी ने कहा था, ‘फ्रेडी (फ्लिंटॉफ का उपनाम) बस फ्रेडी हो रहा था- उन्होंने मुझे कुछ शब्द कहे और फिर मैंने उन्हें कुछ शब्द कहे। मैं इंग्लैंड के खिलाफ ये 6 छक्के बरसाकर बहुत खुश था क्योंकि उस मैच से कुछ हफ्ते पहले मुझे एक इंग्लैंड के ही खिलाफ एक वनडे मैच में डिमित्रि मास्करेनस ने एक ओवर में 5 छक्के जड़े थे।’ युवी ने बताया, ‘इस ओवर का छठा छक्का जड़कर मैंने फ्लिंटॉफ की ओर देखा, जो स्वभाविक था इसके अगले ही पल में मास्करेनस की ओर भी देखा, जिन्होंने मुझे स्माइल पास की।’

मैच के अगले दिन ब्रॉड के पिता ने मांगा ऑटोग्राफ

युवराज ने बताया कि मैच के बाद अगले दिन उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता से भी इस पर बात की थी। युवी ने बताया की सीनियर ब्रॉड ने अपने बेटे के लिए जर्सी पर ऑटोग्राफ की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि तुमने मेरे बेटे का करियर करीब-करीब खत्म ही कर दिया है। युवी ने बताया, ‘उनके पिता क्रिस ब्रॉड मैच रेफरी थे, जो अगले दिन मेरे पास आए और उन्होंने कहा, ‘तुमने लगभग मेरे बेटे का करियर अब खत्म ही कर दिया है और अब तुम्हें उसके लिए एक शर्ट साइन करनी होगी।’

युवी ने यह लिखा था मेसेज

इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा, ‘मैंने उन्हें अपनी भारतीय टीम की जर्सी पर एक संदेश लिखा, मुझे भी 5 छक्के पड़ चुके हैं तो मैं जानता हूं कि यह कैसा महसूस होता है। इंग्लैंड क्रिकेट के भविष्य के लिए शुभकामनाएं।’ युवी ने कहा, ‘स्टुअर्ट इन दिनों श्रेष्ठ गेंदबाजों में एक हैं। मैं यह सोच भी नहीं सकता कि अगर किसी भारतीय बोलर को एक ओवर में छह छक्के पड़ जाएं, तो इसके बाद वह अपना करियर इतना शानदार बना सकता है।’

-एजेंसी