वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी फिर से सीपीएम के महासचिव चुन लिये गये हैं. येचुरी लगातार तीसरी बार इस पद के लिए चुने गये हैं. 69 वर्षीय वरिष्ठ नेता सीताराम अप्रैल 2015 से यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उनसे पहले प्रकाश करात ने यह जिम्मेदारी संभाली थी. करात ने 2005 से 2015 तक लगातार तीन बार पार्टी में इस शीर्ष पद को संभाला था.
23वीं पार्टी कांग्रेस में लिया गया फैसला
अप्रैल 2015 में 21वीं पार्टी कांग्रेस में सीताराम येचुरी को पहली बार महासचिव के रूप में चुना गया था. इसके बाद उन्हें 18 अप्रैल 2018 में हैदराबाद में आयोजित 22वीं पार्टी कांग्रेस में एक बार फिर से इस पद के लिए चुना गया. रविवार (आज) को कन्नूर में आयोजित हुई पार्टी की 23वीं पार्टी कांग्रेस ने 17 सदस्यीय पोलित ब्यूरो और 85 सदस्यीय केंद्रीय समिति का भी चयन किया. इसके इतिहास में पहली बार पोलित ब्यूरों में राम चंद्र डोम के माध्यम से एक दलित का प्रतिनिधित्व होगा.
नए पोलित ब्यूरो में 3 नए चेहरे भी हुए शामिल
वहीं, नए पोलित ब्यूरो में 3 नए चेहरे भी शामिल हुए हैं. केरल के सीनियर लीडर और एलडीएफ के संयोजक विजयराघवन ने केरल में बड़े फैसले लेने वाले निकाय में अपनी जगह सुनिश्चित की. अन्य चुने गए लोगों में अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक धावले और पश्चिम बंगाल के प्रमुख नेता राम चंद्र डोम शामिल हैं. बताया जा रहा है कि केरल के वरिष्ठ नेता एके बालन का नाम भी चर्चा चर्चा में था. हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने राम चंद्र डोम पर मुहर लगाई.
कांग्रेस को लेकर येचुरी ने ये कहा था…
इससे पहले केरल के कन्नूर में आयोजित माकपा के 23वें सम्मेलन से इतर संवाद्दाताओं से बात करते हुए सीताराम येचुरी ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी ने बीजेपी को पराजित करने और पंथनिरपेक्षता तथा संविधान की रक्षा करने के लिए पंथनिरपेक्ष ताकतों से एक होने का आह्वान किया है. प्रस्तावित बीजेपी-रोधी मोर्चे में कांग्रेस को शामिल नहीं करने की खबरों के बाबत पूछे गए सवाल पर येचुरी ने यह प्रतिक्रिया दी थी.
-एजेंसियां
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