शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद महाराज ने दिया आगरावासियों को संदेश, बोले धर्म रक्षति, रक्षितः

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आगरा प्रवास के दूसरे दिन हिंदू राष्ट्र विशाल धर्म सभा को किया संबोधित

सनातन धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को किया दूर, कहा भारत को भ्रमित करने वाले खुद हो गए भ्रमित

राष्ट्र रक्षा अभियान के अन्तर्गत आगरा प्रवास पर आए हैं ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोर्द्धनमठ जगन्नाथपुरी के पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु शंकाराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वती महाराज

शनिवार को धर्मसभा एवं दर्शन के बाद होंगे वृंदावन के लिए करेंगे प्रस्थान, देशभर में सनातन संरक्षण का दे रहे संदेश

आगरा। तुम धर्म धारण करो, धर्म स्वतः तुम्हारी रक्षा करेगा। प्रत्येक हिंदू परिवार से एक−एक व्यक्ति या परिवार का मुखिया मंदिर या मठ जाकर धर्म संरक्षण के प्रति जागरुक होगा और अन्य को जागरुक करेगा तो सनातन धर्म का संरक्षण स्वतः ही हो जाएगा। आगरावासियों को धर्म की रक्षा का ये संकल्प दिलाया ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोर्द्धनमठ जगन्नाथपुरी के पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु शंकाराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वती महाराज ने।

आगरा प्रवास के दूसरे दिन शुक्रवार को निश्चलानंद महाराज ने विभव नगर, सेक्टर 4 स्थित पार्क में हिंदू राष्ट्र विशाल धर्म सभा को संबोधित किया। उपस्थित लोगों ने शंकराचार्य महाराज से सनातन धर्म से जुड़ी जिज्ञासाओं पर आधारित प्रश्न पूछे। जिनका उत्तर शास्त्रसम्मत वाणी से महाराज ने दिया। एक अनुयायी ने मंदिरों में पीर फकीरों की प्रतिमा स्थापना कितनी उचित है, प्रश्न पूछा तो निश्चलानंद महाराज ने कहा कि लोगों ने भेड़चालवश या कहें अज्ञानता के कारण प्रतिमाएं स्थापित कर दीं किंतु अब जागरण हो रहा है। बहुत से मंदिरों से प्रतिमाएं हटवा दी गयी हैं। दक्षिण भारत में मंदिर मर्यादाएं हैं जबकि उत्तर भारत में लोग उन मर्यादाओं का पालन नहीं करते। स्कंद पुराण में विग्रह पूजा है ही नहीं। मंदिर की भीड़ में अपना दम घाेटने से अच्छा है कि शिखर दर्शन करें, परिक्रमा करें, शास्त्रों में वर्णन है कि यदि मंदिर के दूर से भी दर्शन कर लिये तो भी पूर्ण फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए देश में सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने कदम उठाए थे। लेकिन वो ताशकंद में कूटनीति का शिकार हो गए।

उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी वैज्ञानिक सनातन धर्म के विज्ञान को अपनाते हैं। उन्होंने भारत में धर्म के हनन पर गर्व से कहा कि भारत को कितना ही दिशा भ्रम करने का प्रयास किया गया किंतु दिशाहीन करने वाले ही दिशाहीन हो गए।

सभा में मुख्य रूप से उपस्थित जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ मंजू भदौरिया ने कहा कि आगरा की धरती पर महान विभूति के आने से ये धरती और पावन हो गयी। महाराज जी के दर्शन और प्रवचन से जीवन को अवगुणाें से दूर रखने की प्रेरणा मिली।

कार्यक्रम आयोजक युवराज सिंह परिहार ने बताया कि धर्मसभा के बाद अनुयायियों के लिए गुरुदीक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। शनिवार को महाराज का आगरा से वृंदावन के लिए प्रस्थान करेंगे।