उत्तराखंड में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया।उत्तरकाशी गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास श्रद्धालुओं से भरी एक बस गहरी खाई में गिर गई। इससे 27 लोग घायल हो गए जबकि 7 की मौत हो गई है। बस में गुजरात के यात्री सवार थे। एसडीआरएफ के जवानों ने सूचना मिलते ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया और घायलों को खाली से निकालकर अस्पताल भिजवाया। तीर्थयात्री गंगोत्री से दर्शन कर लौट रहे थे। बस अभी तक 7 शव निकाले जा चुके हैं। सात गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल देहरादून के लिए रेफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार गंगोत्री धाम से दर्शन कर लौट रहे गुजरात के तीर्थ यात्रियों की बस रविवार शाम को गंगनानी के पास और नियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। बस में कुल 35 लोग सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई।
जानकारी के अनुसार, बस संख्या (UK 07 8585) 35 यात्रियों को लेकर गंगोत्री से उत्तरकाशी की ओर आ रही थी। इस दौरान बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे की सूचना पर थाना मनेरी पुलिस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बस में गुजरात के लोग सवार थे। ये गंगोत्री धाम की यात्रा करके लौट रहे थे। गंगनानी के पास ड्राइवर ने बस पर कंट्रोल खो दिया। इससे बस क्रैश बैरियर को तोड़ते हुए 50 मीटर गहरी खाई में लुढ़कने के बाद पेड़ों के बीच जाकर अटक गई।बस सीधे भागीरथी नदी में गिरती तो हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी हादसे पर शोक जताया। वहीं, उन्होंने स्थानीय प्रशासन को तेजी से राहत-बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने उत्तरकाशी जिले में हुई वाहन दुर्घटना में मृतक व्यक्तियों के प्रति शोक जताया है। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राज्यपाल ने दुर्घटना में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
इस घटना पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दुख जताया है और कहा कि गुजरात सरकार लगातार उत्तराखंड सरकार के संपर्क में है।मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि मैं उस दुखद घटना से दुखी हूं जिसमें उत्तराखंड में बस के खाई में गिरने से गुजरात के तीर्थयात्रियों की जान चली गई। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। उन्होंने कहा कि घायल नागरिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
जनपद उत्तरकाशी में सड़क हादसों को पुराना इतिहास रहा है। रविवार को हुआ हादसा इस वर्ष का सबसे बड़ा हादसा है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जिस स्थान पर बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उस स्थान पर 13 वर्ष पहले 1 अगस्त 2010 को कांवड़ यात्रियों का एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 27 कांवड़ यात्रियों की मौत हुई थी। जनपद में अधिकांश दुर्घटनाएं चारधाम यात्रा के समय घटित हुई है, जिनमें अधिकांश तीर्थयात्रियों की मौत हुई है।
उत्तरकाशी जनपद में सबसे अधिक दुर्घटनाएं गंगोत्री हाईवे पर हुई हैं। वर्ष 2019 में जनपद उत्तरकाशी में कुल 23 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 18 व्यक्तियों की जान गई, जबकि 43 घायल हुए है। 2020 में तीन सड़क दुर्घटनाओं में 13 व्यक्तियों की मौत हुई है।
वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं पर कुछ अंकुश लगा। 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 30 तीर्थयात्रियों सहित 45 की जान गई। इस बार पीक सीजन में चारधाम यात्रा सकुशल चली। परंतु रविवार को बड़ी दुर्घटना घटित हुई।
गंगोत्री से उत्तरकाशी जा रही बस के गंगनानी में दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ है। प्रशासन को त्वरित रूप से राहत और बचाव कार्य संचालित करने एवं घायलों के उपचार के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया है।…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 20, 2023
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Compiled: up18news
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