यौन दुराचार के आरोपों में WHO के वरिष्ठ अधिकारी टेमो वकानिवालु बर्खास्त

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मार्सिया ने आगे कहा कि WHO के लिए काम करने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार का यौन दुराचार (चाहे वह कर्मचारी, सलाहकार, भागीदार के रूप में हो) अस्वीकार्य है। एपी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल जनवरी में वकानिवालु पर अक्टूबर में बर्लिन सम्मेलन में एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया था। इसके अलावा एक अन्य कर्मचारी को कथित रूप से परेशान करने के लिए सालों पहले WHO के वरिष्ठ निदेशकों को इसके बारे में अवगत कराया गया था। पहले के लगे आरोपों से वाकानिवालु दोषी साबित नहीं हो पाए थे।

2018 में WHO को किया गया था सूचित

एपी द्वारा प्राप्त गोपनीय दस्तावेजों के अनुसार डब्लूएचओ के वरिष्ठ निदेशकों को 2018 में वकानिवालु के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप के बारे में सूचित किया गया था। वकानिवालु को बाद में एक अनौपचारिक चेतावनी भी दी गई थी। डब्ल्यूएचओ के जांचकर्ताओं के साथ साक्षात्कार में वकानिवालु ने अपने ऊपर लगे आरोपों से साफ इंकार किया और दावा किया कि उन्होंने कभी भी किसी का यौन उत्पीड़न नहीं किया था।

80 से अधिक WHO कर्मचारियों ने किया यौन उत्पीड़न

हाल के वर्षों में WHO में यौन दुराचार की कई रिपोर्ट सामने आई है। इससे पहले मई 2021 में एपी ने बताया था कि कांगो में इबोला के प्रकोप के दौरान यौन शोषण के कई मामले सामने आए थे और इसकी जानकारी वरिष्ठ डब्ल्यूएचओ प्रबंधकों को दी गई थी लेकिन इसे रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया गया। WHO द्वारा नियुक्त एक पैनल ने बाद में पाया कि WHO के निर्देशन में 80 से अधिक कर्मचारियों ने महिलाओं का यौन शोषण किया।

Compiled: up18 News


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