आगरा आये साक्षी महाराज ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लिया आड़े हाथ लेकिन अखिलेश यादव पर दिखाई नरमी

Politics

आगरा: एत्मादपुर में एक शादी समारोह में शामिल होने आए भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को आड़े हाथ लिया तो वहीँ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को लेकर नरम दिखाई दिये। साक्षी महाराज ने दो टूक शब्दों में कहा, ”स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में अंतिम कील ठोकने आए हैं। रामचरितमानस को जलाने के बाद सपा को पानी देने वाला तक नहीं बचेगा।”

आपकों बताते चले कि पिछले दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर टिप्पणी की थी। इसको लेकर काफी बवाल मचा है। हिंदूवादियों ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का विरोध किया था और पुतला भी फूंक दिया था। भाजपा लगातार स्वामी प्रसाद के इस बयान के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा को घेरने में लगी हुई है।

आगरा आये साक्षी महाराज ने भी रामचरित मानस को लेकर की जा रही टिप्पणी पर स्वामी प्रसाद मौर्य और सपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, ”स्वामी प्रसाद मौर्य होली पर रामचरितमानस की होली जलाने की बात कह रहे हैं। लेकिन वह पहले इसका परिणाम सोच लें। मुलायम सिंह राम भक्तों का अपमान कर देख चुके हैं।” उन्होंने कहा कि “रामचरितमानस ग्रन्थ होने के साथ साक्षात भागवान राम का स्वरूप है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस की होली जलाने की बात कह रहे हैं। मुलायम सिंह यादव रामभक्तों का अपमान करके देख चुके हैं।”

उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी रामचरित मानस की होली जलाना चाहती है, तो परिणाम पहले सोच ले। जब राम का अपमान करके रावण जैसा बलशाली और बुद्धिमान का नाम लेना वाला नहीं बचा तो मुझे लगता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में अंतिम कील ठोकने आए हैं।

साक्षी महाराज अखिलेश यादव पर नरम नजर आए। उन्होंने कहा, ”मैं उनको बहुत प्यार करता हूं। पढ़ा-लिखा बालक है। अपनी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष है। मगर, कुछ स्वामी प्रसाद मौर्य और आजम खान जैसे नेता उनकी मेहनत पर पानी फेर देते हैं। अखिलेश यादव को निर्णय करना है कि राम का विरोध करने के बाद सपा को कितना नुकसान हुआ।”

उन्होंने कहा, ”अगर अब रामचरितमानस में आग लगाई जाएगी, तो इसका देश और प्रदेश में क्या परिणाम क्या होगा, ये तो अखिलेश को तय करना है कि ऐसे लोग पार्टी में रहेंगे या नहीं। मैं अखिलेश को सलाह देने वाला कोई नहीं हूं। हालांकि अखिलेश के पिता उनसे कहकर गए थे कि साक्षी महाराज की सलाह की कभी अनदेखी मत करना।”