हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को ब्रेन हेमरेज हुआ है। उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत सीरियस है। ये खबर कल रात से आग की तरह फैल रही थी। जिसके बाद कार्यकर्ताओं का जमावड़ा पटना के मेदांता अस्पताल के बाहर लगने लगा। राजनीतिक हलकों में भी इस खबर के बाद हड़कंप मच गया। मांझी का हाल चाल जानने के लिए मांझी के करीबियों के फोन घनघनाने लगे।
पार्टी के लिए भी खड़ी हुई मुश्किल
हम पार्टी के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के फोन कार्यालय में आने लगे। पटना के बाहर के लोग पटना पहुंचने के लिए जानना चाह रहे थे कि आखिर जीतन राम मांझी को क्या हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर मौजूद लोग भी परेशान हो गए कि आखिर जीनत राम मांझी थोड़ी देर पहले सकुशल आवास से निकले हैं ये अचानक क्या हो गया।
आनन फानन की स्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री के आवास से भी लोग भाग कर मेदांता अस्पताल पहुंचे। ये आनन फानन की स्थिति लगभग पूरी रात बनी रही।
दानिश रिजवान के कहा, घबराने की जरूरत नहीं
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चो के अध्यक्ष जीतन राम मांझी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। दरअसल वो अपना रूटीन चेकअप कराने मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। जिसे वायरल करने की नीयत से इस खबर को फैलाना शुरू किया। हम के मुख्य प्रवक्ता और जीतन राम मांझी के करीबी दानिश ने बताया कि उन्हें कुछ नहीं हुआ है। दरअसल, उन्हें अपना इलाज कराने के लिए दिल्ली जाना था लेकिन दिल्ली नहीं जा पाए लिहाजा उन्हें पटना के मेदांता में भर्ती कराया गया।
क्या हुआ था मांझी को
जीतन राम मांझी का शुगर लेवल कम होने की वजह से मेदांता में भर्ती कराया गया था। जहां उनका चेकअप कराया गया। डॉ दानिश रिजवान ने बताया कि मांझी जी सुरक्षित हैं। उन्हें कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने इस बात का खंडन किया कि पूर्व मुख्यमंत्री का ब्रेन हेमरेज हुआ है।
दानिश रिजवान कहते है कि ये उनकी रूटीन जांच है। हालांकि उनका शुगर लेवल कम जरूर हो गया था, लेकिन ये रूटीन चेकअपन हैं। इलाज के लिए लेजा ना था दिल्ली नहीं जा पाए इसलिए उन्होंंने अपना रुटीन चेकअप पटना के मेदांता में करवाया।
-एजेंसी