उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में इस्लाम को लेकर लगातार रोज कुछ नए खुलासे हो रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार को एक और बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. शहर की पिंकसिटी कॉलोनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने तीन मकानों में दावते इस्लामी का मदरसा इंग्लिश मीडियम स्कूल के नाम पर चलाया जा रहा था. यह मदरसा दारुल मदीना के नाम से संचालित हो रहा था. यह भी सामने आया है कि फर्जी दस्तावेज लगाकर यह मकान हासिल किए गए थे. खबर है कि यह मामला सामने आने के बाद से मदरसे के संचालक ने वहां से बोर्ड हटा दिया है और अब वह फरार है.
गरीबों के लिए है यह योजना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह तीनों मकान आरिफ के बेटे युसूफ, आरिफ की पत्नी नरगिस और आरिफ की मां के नाम पर हैं. यह तीनों मकान पास-पास ही हैं. इन तीनों मकानों को डूडा ऑफिस की तरफ से बनवाया गया था, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने थे. इन तीनों के मकानों को मिलाकर इसमें दावते इस्लामी का इंग्लिश मीडियम स्कूल चलाया जा रहा था. सबसे बड़ी बात यह है कि यह योजना गरीबों के लिए है और इसमें गरीबों के लिए आवास बनाने की पैसा दिया जाता है.
नहीं हो सकती व्यावसायिक गतिविधि
मोहम्मद आरिफ जो इन तीनों मकानों में कहीं ना कहीं अपनी हिस्सेदारी रखता है, उसने मकानों को एक करके दावते इस्लामी के लोगों को दे दिया. इन मकानों में दावते इस्लामी अपना स्कूल चला रहा था. दरअसल, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए मकान में कोई भी कॉमर्शियल काम नहीं हो सकता था. ऐसे में यह एक तरह का अपराध है. यहां यह स्कूल कैसे चल रहा था? यह एक जांच का विषय है. फिलहाल यह मामला सामने आने के बाद यह चर्चा का विषय बन गया है और इसमें लिप्त अन्य लोगों को लेकर छानबीन की जा रही है.
-एजेंसी