तुमसर-मोहाड़ी में इतिहास की पुनरावृत्ति! विश्वास पुराना, नई घड़ी-नया समय

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नागपुर, 13 नवंबर: भंडारा जिला अपनी झीलों के लिए समृद्ध माना जाता है और यहां की धान की खेती राज्य में अग्रणी है। इस जिले का तुमसर क्षेत्र देश के लिए एक महत्वपूर्ण धरोहर है, जिसे ‘धान का भंडार’ भी कहा जाता है। व्यावसायिक दृष्टि से इसे भरपूर अवसर प्राप्त हुए हैं, लेकिन एक विधानसभा क्षेत्र के रूप में, तुमसर-मोहाड़ी को विकास के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी। राजनीतिक ‘कटौती’ और ‘सत्ता मोह’ के चलते, जो क्षेत्र जिले के महत्व को प्रदर्शित करता है, वह उपेक्षित रहा।

सामान्य नागरिकों को झूठे वादों और आश्वासनों के जाल में फंसाकर कई वर्षों तक सत्ता का स्वार्थपरक राजनीति किया गया। इस राजनीति से त्रस्त, तुमसर-मोहाड़ी के निवासियों ने ठाना कि उन्हें एक नेता नहीं, बल्कि एक ऐसा व्यक्ति चाहिए जो उनके बीच से ही निकला हो। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए, राजू कारेमोरे ने नेतृत्व किया और तुमसर-मोहाड़ी की जनता को उन पर भरोसा जताने का अवसर मिला। आमजन से जुड़े नेता के रूप में, राजू कारेमोरे ने लोगों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया। जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता देते हुए, जनता के बीच ‘राजूभाऊ’ के नाम से मशहूर हुए। आपदा प्रबंधन से लेकर, कठिन परिस्थितियों में मदद पहुंचाने तक, उनकी मानवता ने उन्हें लोगों के दिलों में विशेष स्थान दिया है।

चुनावी माहौल फिर से तैयार है। इस बार प्रचार की रणनीतियों पर सबकी निगाहें टिकी हैं। राजनीतिक गलियारों में जहां आरोप-प्रत्यारोप की बौछार होती है, वहीं राजू कारेमोरे जनता के साथ सीधा संपर्क बनाकर एक नई धारणा स्थापित कर रहे हैं। उनके कार्यों पर गौर करें तो उन्होंने स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, शिक्षा, आदिवासी कल्याण और प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया है। तुमसर उपजिला अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाकर 100 से 200 करने की दिशा में उनके प्रयास सराहनीय रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार हुआ है। मोहाड़ी के ग्रामीण अस्पताल को उपजिला अस्पताल का दर्जा दिलाने के लिए भी 100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत करवाई गई है।

सड़कें विकास का आधार होती हैं। इस समझ को ध्यान में रखते हुए, राजू कारेमोरे ने तुमसर-मोहाड़ी क्षेत्र के कई सड़कों का विकास कराया है। वरठी के राज्य मार्ग 355 का चौड़ीकरण और सीमेंट सड़क का निर्माण, तथा कई अन्य सड़कों के सुधार के लिए राज्य सरकार से करोड़ों की राशि मंजूर करवाई गई है।

मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी राजू कारेमोरे का योगदान उल्लेखनीय है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर आवासीय वस्तीगृह के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रावधान उनके नेतृत्व में हुआ है। प्रशासनिक और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में उनके प्रयास, जनसंपर्क, और जनता के लिए निरंतर उपलब्ध रहना उनकी खास पहचान बन गई है।

राजू कारेमोरे के प्रयासों ने तुमसर-मोहाड़ी में विकास की नई लहर चलाई है। चाहे सिंचाई का प्रबंधन हो, महिला सशक्तिकरण हो या किसानों का कल्याण, हर क्षेत्र में उन्होंने ठोस कदम उठाए हैं। उनके अथक प्रयासों ने जनता के बीच एक नया विश्वास जगाया है। यह नई घड़ी, नए समय का प्रतीक है, जिसमें पुराने विश्वास की मजबूती और अधिक बढ़ेगी।