BCCI के अध्‍यक्ष पद को लेकर गांगुली ने कहा, कोई पद हमेशा के लिए नहीं होता

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उन्होंने कहा कि उन्होंने, अपने इस कार्यकाल को एंज्वॉय किया है लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि न तो आप बतौर खिलाड़ी हमेशा के लिए खेल सकते हैं और न हीं हमेशा के लिए किसी प्रशासनिक पद पर बने रह सकते हैं।

अपनी कुर्सी जाने पर क्या बोले गांगुली?

एक इवेंट के दौरान इन मुद्दों पर पहली बार बोलते हुए उन्होंने कहा कि “मैं बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का पांच साल तक प्रेसिडेंट था। मैं BCCI का 5 साल तक प्रेसिडेंट था। आखिरकार आपको छोड़ना और जाना है। एक प्रशासक के तौर पर आपको काफी योगदान देना होता है और टीम के लिए चीजों को बेहतर बनाना होता है।

मैं एक खिलाड़ी होने के नाते, मैं इन चीजों को अच्छे से समझता था। मैंने एक प्रशासक के रूप में अपने समय का भरपूर आनंद लिया। आप हमेशा के लिए किसी पद पर नहीं रह सकते।”

इससे पहले मंगलवार को हुए बैठक में सभी भावी उम्मीदवारों ने अपना-अपना पर्चा भर दिया था जिसके बाद यह तय हो गया कि 1983 वर्ल्ड कप विनिंग टीम के सदस्य रोजर बिन्नी गांगुली को रिप्लेस करेंगे। इसके अलावा जय शाह सचिव के पद पर बने रहेंगे।

राजीव शुक्ला भी BCCI के उपाध्यक्ष के पद पर एक बार फिर से काबिज होंगे जबकि आशीष सेलार, अरुण सिंह धूमल की जगह लेंगे। हालांकि रिपोर्ट्स की मानें तो खबर ये भी आई थी कि गांगुली नाराज हैं। हालांकि उन्हें आइपीएल के चेयरमैनशिप की जिम्मेदारी दी जा रही थी जिसे उन्होंने लेने से इंकार कर दिया।

कौन है गांगुली को रिप्लेस करने वाले रोजर बिन्नी?

वर्तमान में कर्नाटक एसोसिएशन क्रिकेट के अध्यक्ष रोजर बिन्नी 18 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से BCCI के प्रेसिडेंट के तौर पर जिम्मेदारी संभाल लेंगे। उनके प्रशासनिक अनुभवों की बात करें तो इससे पहले वह BCCI सेलेक्शन कमेटी के सदस्य रह चुके हैं। उन्हें 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के अहम सदस्य के रूप में जाना जाता है जहां उन्होंने 18 विकेट झटके थे।

-Compiled by up18 News