रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया RBI ने लगातार चौथी बार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा की जो तत्काल प्रभाव से लागू होगा.
इसी के साथ रेपो रेट 5.90 फ़ीसदी हो गया है जो तीन साल में सबसे अधिक है.
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है.
रेपो रेट बढ़ने से होम लोन, पर्सनल लोन समेत दूसरे लोन भी महंगे हो जाएंगे.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पहली तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ उम्मीद के मुताबिक नहीं रही है. हालांकि 13.5% की दर दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर थी.
उन्होंने कहा, ‘‘लगातार बढ़ रहे भू-राजनीतिक तनावों और कमज़ोर वैश्विक वित्तीय बाजार की वजह से पैदा हुई अनिश्चितताओं के कारण मुद्रास्फीति आज लगभग 7% पर है और हमें उम्मीद है कि इस वर्ष की दूसरी छमाही में यह लगभग 6% पर बनी रहेगी.’’
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि दूसरी तिमाही को लेकर आंकड़े संकेत करते हैं कि आर्थिक गतिविधियां बेहतर बनी रहेंगी, निजी खपत में तेजी आ रही है और ग्रामीण क्षेत्र में मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है, निवेश की मांग बढ़ रही है. कृषि क्षेत्र मज़बूत बना हुआ है.
-एजेंसी