रतन टाटा के पर्सनल ट्रस्ट ने पहली बार खरीदी दो कंपनियों में हिस्सेदारी

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सूत्रों के मुताबिक फंड ने कुछ हफ्ते पहले टाटा डिजिटल में एक परसेंट हिस्सेदारी खरीदी है। एनालिस्ट्स के मुताबिक टाटा डिजिटल की वैल्यू करीब 15 अरब डॉलर है। साथ ही फंड ने टाटा टेक्नोलॉजीज में भी एक फीसदी से कम हिस्सेदारी 147 करोड़ रुपये में खरीदी है। यह हिस्सेदारी टाटा मोटर्स से खरीदी गई है। टाटा टेक्नोलॉजी को जल्दी ही लिस्ट करने की योजना है।

रतन टाटा एनडाउमेंट फाउंडेशन और रतन टाटा एनडाउमेंट ट्रस्ट को पिछले साल बनाया गया था। इनके लिए कॉर्पस बढ़ाने के उद्देश्य के लिए हाल में निवेश किया गया है। इस होल्डिंग्स से मिलने वाले डिविडेंड या शेयर बिक्री से होने वाली कमाई को परोपकार के कामों पर खर्च किया जाएगा। जानकारों का कहना है कि अभी टाटा ट्रस्ट्स की मुख्य कमाई का मुख्य स्रोत ग्रुप की ऑपरेटिंग कंपनियों से मिलने वाला डिविडेंड है। लेकिन यह कम पड़ रहा है क्योंकि ट्रस्ट्स की परोपकारी गतिविधियां बढ़ रही हैं। हेल्थ, एजुकेशन, सैनिटेशन और रूरल डेवलपमेंट में ट्रस्ट्स का काम बढ़ रहा है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने इस बारे में भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया। रतन टाटा की तरफ से भी कोई जवाब नहीं आया। अभी यह साफ नहीं है कि फाउंडेशन टाटा ग्रुप से बाहर की कंपनियों में भी निवेश करेगा या नहीं। नियमों के मुताबिक इस पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है।

खेतान लीगल एसोसिएट्स में सीनियर पार्टनर साकेत खेतान ने कहा कि रतन टाटा एनडाउमेंट फाउंडेशन सेक्शन 8 के तहत नॉट-फॉर-प्रॉफिट कंपनी है। चैरिटेबल ट्रस्ट के मुकाबले इसके अपने फायदे हैं। यह फॉर-प्रॉफिट कंपनियों में सीधे निवेश कर सकती है।

Compiled: up18 News