लखनऊ। एक तरफ उत्तर प्रदेश में समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के पद पर पारदर्शी तरीके से भर्ती की मांग को लेकर हजारों की संख्या में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में व्यास पीठ पर बैठे प्रख्यात कथा वाचक रामभद्राचार्य उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से अपने चेले को सरकारी नौकरी देने की सिफारिश करते नजर आए हैं, उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
उन्होंने मंच से सतीश महाना का स्वागत करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष तो बन ही गए हैं और भी आगे बढ़ाने की मैं कामना करता हूं इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि मैंने सतीश महाना को एक शपथ दी है । मैं मंच से कह दे रहा हूं कि मेरे शिष्य शाश्वत शर्मा को समीक्षा अधिकारी बना दें। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि सतीश महाना जी ऐसा कर देंगे। अब मैं दोबारा नहीं कहूंगा।
रामभद्राचार्य का मंच से ऐसा कहते हुए यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। और लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या इसी तरह लोगों को उत्तर प्रदेश में नौकरी मिल रही है।