आगरा में बोले राकेश टिकैत, आलू खोद कर कमिश्नरी पर डेरा डाल दें किसान, हम भी मौजूद रहेंगे

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बमरौली कटारा में हुई भाकियू की महापंचायत में टोरेंट कंपनी, आलू भाड़ा वृद्धि, बिजली निजीकरण, भूमि अधिग्रहण आदि मुद्दों पर गरजे किसान नेता

आगरा। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज यहां की पंचायत में किसानों से कहा कि “एक ग्राम, एक ट्रैक्टर और 15 लोग” के सिद्धांत पर आंदोलन तेज करें। हर 10 दिन के लिए किसान जिला मुख्यालय और कमिश्नरी पर धरना प्रदर्शन शुरू करें। आगरा के आलू उत्पादक किसानों की कोल्ड स्टोरेज की भाड़े और टोरंट पावर संबंधी समस्या पर कहा कि किसान अपने आलू की खुदाई कर लें। इसके बाद कमिश्नरी पर बेमियादी धरना शुरू कर दें। जरूरत पड़ी तो हम भी यहां मौजूद रहेंगे।

राकेश टिकैत बमरौली कटारा के इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित किसान महापंचायत में किसानों से रूबरू थे। भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजित इस महापंचायत में प्रदेश भर के किसानों की प्रमुख समस्याओं पर मंथन किया गया। इस दौरान बिजली के निजीकरण, टोरेंट कम्पनी द्वारा किसानों का उत्पीड़न, कोल्ड स्टोरेज भाड़े में बढ़ोतरी, यमुना पर बैराज निर्माण, आगरा में आलू अनुसंधान केंद्र और एमएसपी गारंटी कानून जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और मंथन हुआ।

भूमि अधिग्रहण का मुद्दा पूरे वेस्ट यूपी का है

महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि कॉर्पोरेट घरानों द्वारा संचालित सरकार किसानों को एक मकड़जाल में फंसा रही है। किसानों की भूमि का जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है, लेकिन उन्हें सर्किल रेट की बजह से उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ आगरा की नहीं, बल्कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लड़ाई है। नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और गौतमबुद्ध नगर जैसे शहरों में किसानों को भूमि अधिग्रहण की मार झेलनी पड़ रही है, जिसके खिलाफ और बड़े आंदोलन की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि आगरा में टोरेंट पावर द्वारा किसानों को 20 से 50 लाख रुपये तक के बिजली बिल भेजे जा रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की बिजली माफी की घोषणा की थी, लेकिन आगरा में कई गांवों के ट्यूबवेलों की बिजली अब भी माफ नहीं हुई है। टिकैत ने आशंका जताई कि यदि बिजली का निजीकरण जारी रहा, तो यह समस्या पूरे प्रदेश में फैल सकती है।

किसानों की लड़ाई जारी रहेगी: जादौन

महापंचायत में उपस्थित यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन सिर्फ आगरा के किसानों की नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देशभर के किसानों की समस्याओं को लेकर संघर्षरत है। उन्होंने कहा कि बिजली निजीकरण, भूमि अधिग्रहण और एमएसपी गारंटी कानून जैसे मुद्दे धीरे-धीरे किसानों के अस्तित्व को खत्म कर रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है कि किसान बिरादरी एकजुट होकर अपनी लड़ाई खुद लड़े। उन्होंने इसे आने वाली पीढ़ियों और खेती-किसानी के अस्तित्व की लड़ाई बताया।

12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया ने चौ. राकेश टिकैत की मौजूदगी में किसानों की 12 सूत्रीय मांगें प्रशासन के सामने रखीं। इनमें एमएसपी गारंटी कानून, भूमि अधिग्रहण नीति में सुधार, कोल्ड स्टोरेज भाड़े में कटौती, बिजली निजीकरण का विरोध, टोरेंट पावर द्वारा किसानों के उत्पीड़न पर रोक, यमुना पर बैराज निर्माण समेत कई मुद्दे शामिल थे।

हजारों किसान आए, कई ने की घर वापसी

महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे और उन्होंने अपने मुद्दों को जोर-शोर से उठाया। श्री विष्णु कटारा ने भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) छोड़कर फिर से संगठन में वापसी की। उनके साथ सत्यवान सिंह तोमर, केएस राणा समेत दर्जनों किसान भी फिर से भारतीय किसान यूनियन में शामिल हुए।

भाकियू के ये नेता रहे मौजूद

यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता गजेंद्र परिहार, प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्धा सिंह प्रधान, मंडल अध्यक्ष रणवीर सिंह चाहर, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष बबली त्यागी, तिलक सिंह राजपूत, युवा के मण्डल अध्यक्ष विपिन यादव समेत कई अन्य बड़े पदाधिकारी इस दौरान मौजूद रहे। महापंचायत का समापन किसानों के संघर्ष और एकजुटता के संदेश के साथ हुआ। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

पंचायत में जिला तहसील ब्लाक के मुख्य पदाधिकारी मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से शांतिराम जादौन, कृपाल सिंह फौजदार, नाथू सिंह धाकरे, कोमल सिंह बघेल, बंटी सिकरवार, श्यामवीर सिंह चाहर, सत्यवीर सिंह चाहर, मनीष वर्मा, कृष्णकांत शर्मा, रणजीत सिंह यादव, अर्जुन सिंह, शंकर, संदीप शर्मा, धीरज कुमार, आदित्य कठेरिया, सावित्री चाहर, गिर्राज सिंह नौहवार सहित अन्य नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे।