चिंतन शिविर में राहुल गांधी ने कांग्रेसियों को दी नसीहत…

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राजस्थान के उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर को आज राहुल गांधी ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेसियों को नसीहत भी दी। राहुल गांधी ने कहा कि हमारा पूरा डिस्कशन इंटर्नल मामले में होता है। कौन सी पोस्ट किसे मिल रही है, इस पर फोकस रहता है। आज के समय इंटर्नल फोकस से काम नहीं होगा। आज का फोकस एक्सटर्नल करना पड़ेगा। हमें जनता के बीच जाना पड़ेगा। यह हमें अपने लिए नहीं, बल्कि देश के लिए करना होगा।

हमने खुलकर की चर्चा

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि शिविर की चर्चा में कांग्रेस के लीडर को लेकर सभी लोगों ने चर्चा की है। इसमें मैं भी मौजूद था। में सभी जगह चर्चा में गया और सभी को सुना है। मैंने देखा है। मेरा सवाल है कि देश में ऐसी कौन सी पार्टी है जिसने इस तरह खुलकर चर्चा की है। राहुल बोले कि एक सीनियर लीडर ने बिना किसी हेजिटेशन के कहा कि आरएसएस और भाजपा का मुकाबला कैसे करना है। इस दौरान राहुल ने कहा कि हम हिंसा के विरोध में हैं। राहुल ने कहा कि देश में जो रोजगार देने वाली रीढ़ थी उसे मोदी, भाजपा और उनकी विचारधारा ने तोड़ दी है।

देश के युवा को रोजगार की होगी मुश्किल

राहुल गांधी ने कहा कि आज हिंदुस्तान के युवा को रोजगार नहीं मिल सकता है। नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। आज से ज्यादा बेरोजगारी पहले कभी नहीं रही है क्योंकि रोजगार पैदा करने वाली जो रीढ़ की हड्डी है, उसको नरेंद्र मोदी व विचारधारा ने तोड़ दिया है। नोटबंदी, जीएसटी को लागू कर दो-तीन लोगों को फायदा पहुंचाया। युवाओं को बर्बाद कर दिया है। आने वाले समय में देश के युवा को रोजगार नहीं मिलेगा। यूक्रेन के युद्ध का भी असर पड़ने वाला है। देश खतरनाक आपदा में पड़ने जा रहा है। इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है। हमारी जिम्मेदारी विचारधारा की लड़ाई को लड़ने की है और जनता के साथ खड़े होने की है।

भाजपा में दलितों के लिए जगह नहीं

इस दौरान राहुल गांधी ने कहाकि भाजपा में दलितों को लिए कोई जगह नहीं है। ऐसा नेताओं ने कहा है। उन्होंने कहा कि हम रीजनल पार्टी की इज्जत करते हैं। यह चर्चा कांग्रेस में नई नहीं थी। मीडिया कांग्रेस पार्टी पर लगातार अटैक करता है। हम लगातार चर्चा कर रहे हैं। कांग्रेस के डीएनए में है कि हम हर धर्म, हर जाति के लिए उपलब्ध हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख इसाई, देश की हर जनता के बीच हैं और बातचीत कर रहे हैं। मैंने पार्लियामेंट में कहा था कि भारत यूनियन ऑफ स्टेट्स है, न कि नेशन है। मैं पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि हम हिंसा के विरोध में हैं। हम देश के लोगों को हिंसा में नहीं झोंकेंगे।

सरकार किसी से बात नहीं कर रही

राहुल गांधी ने कहाकि कांग्रेस पार्टी में महात्मा गांधी, पटेल, आजाद, अंबेडकर आदि महान नेताओं ने कांग्रेस को बनाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक यूनियन है और हर नागिरक इसका सदस्य है। न्याय पालिका दबाव में है। इलेक्शन कमीशन, मीडिया सब लोग इस दौर में मजबूर हैं। सरकार किसी से बातचीत नहीं कर रही। हम लोगों से बातचीत कर रहे हैं। यह हम सब लोग देख रहे हैं। प्रेस पिपुल, राजनीतिज्ञ नहीं बोल पा रहे हैं।

राजनीतिक चर्चा बंद हो गई है। सवाल हमारे सबके दिमाग में हैं। कैसे मुकाबला करें। आर्थिक हालात खराब हो गए हैं। दो दिन पहले गेहूं के एक्सपोर्ट को बैन कर दिया गया है। इसको किसानों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। पंजाब के किसान परेशान हैं।

चिंतन शिविर के मंथन में ईवीएम का ‘जिन्न’

कांग्रेस नवसंकल्प चिंतन शिविर में बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग उठी है। इस दौरान ईवीएम पर प्रतिबंध लगाने की बात भी सामने आई। शिविर में कहा गया कि 2024 के आम चुनावों में कांग्रेस के घोषणा पत्र में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे को शामिल किया जाए। दो दिन के विचार-विमर्श के दौरान कांग्रेस नेताओं के बीच यह मुद्दा ज्यादातर नेताओं ने उठाया।

गठबंधन पर विचार

राजनीतिक कमेटी ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा को हराने के लिए राज्य स्तर पर समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन किया जाएगा। हालांकि इस मुद्दे पर कुछ लोगों की भिन्न राय थी। उनका कहना था कि पार्टी को अकेले ही मजबूती के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। यह कदम दूरगामी होगा। इस दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई कि भाजपा अभिनेताओं के जरिए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, शरद पवार पर हमला कर रही है। इस चुनौती से निपटने के तरीकों पर भी जोर दिया जाना चाहिए। सांसद नवनीत राणा, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और अन्य अभिनेताओं ने शरद पवार विरोधी लेख लिखे हैं।

-एजेंसियां