यूपी: डेंगू पीड़ित मरीज को जूस चढ़ाने वाले हॉस्पिटल पर बुलडोजर कार्यवाई की तैयारी

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सील किया गया है अस्पताल

प्रयागराज प्रशासन की ओर से डेंगू मरीज को मोसमी का जूस चढ़ाए जाने के मामले में अस्पताल पर कार्रवाई की गई। धूमनगंज थाना क्षेत्र में आने वाले अस्पताल को सील कर दिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के निर्देश पर अस्पताल को सील किया गया है। प्लेटलेट्स के नमूने की जांच होने तक अस्पताल सील रहेगा।

अधिकारी ने बताया कि प्लेटलेट्स के सैंपल की जांच औषधि निरीक्षक से कराई जा रही है। प्लेटलेट्स केस के सामने आने के बाद अस्पताल की पूरी कुंडली खंगाली गई। इसमें पाया गया है कि इसका नक्शा ही नहीं पास हो पाया है। ऐसे में अस्पताल की इमारत को अवैध माना गया है। इसे तोड़ने का नोटिस जारी कर दिया गया।

पीडीए की ओर से हुआ एक्शन

ग्लोबल अस्पताल का नक्शा पास नहीं होने के मामले में प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीडीए) की ओर से बड़ा एक्शन हुआ है। अस्पताल को ध्वस्त करने का नोटिस जारी किया गया है। अस्पताल प्रशासन को इसके लिए तीन दिनों का समय दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से निर्धारित समय सीमा के भीतर जवाब दाखिल करना होगा।

पीडीए के अधिकारियों का कहना है कि घटना के बाद भवन की जांच की गई तो यह जानकारी सामने आई है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन को अपना जवाब दाखिल करना है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। अगर अस्पताल प्रशासन का जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो पीडीए अस्पताल पर बुलडोजर एक्शन का आदेश जारी कर सकती है।

क्या है पूरा मामला?

प्रयागराज में प्रदीप पांडेय नाम के डेंगू पीड़ित को ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मरीज की मौत का कारण प्लेटलेट्स की जगह मोसंबी का जूस चढ़ाया जाना बताया गया। मरीज की जान के साथ खिलवाड़ हुआ। आरोप प्रयागराज के झलवा में स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल पर लगा।

परिजनों का कहना है कि प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज की तबियत खराब होने लगी थी। आनन-फानन में दूसरे अस्पताल ले गए। वहां उसकी मौत हो गई।

परिजनों का कहना है कि तबीयत खराब होने के बाद मरीज को ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने कहा, प्लेटलेट्स चढ़ाना होगा। 9000 रुपये खर्च किए। प्लेटलेट्स खरीदा। इसे चढ़ाया गया। परिजनों का आरोप है, इसी प्लेटलेट्स ने उनके परिजन की जान ले ली।

मरीज के परिजनों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पूरे मामले को सामने लाया। उन्होंने मरीज को चढ़ाए गए प्लेटलेट्स को फर्जी करार दिया। कहा कि यह मोसमी का जूस है। इसे मरीज को गलत तरीके से चढ़ाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को मिली। डिप्टी सीएम ने ट्वीट पर घटना की जांच कराने क बात कही।

डिप्टी सीएम के ट्वीट के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। सीएमओ की प्राथमिक जांच में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई। मोसंबी का जूस चढ़ाए जाने वाले अस्पताल को सील कर दिया गया।
नकली प्लेटलेट्स का कारोबार करने के आरोप में आधा दर्जन आरोपियेां को को गिरफ्तार किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उसे शहर के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बहरहाल, इस घटना के संबंध में स्थानीय पुलिस थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। वहीं, निजी अस्पताल के मालिक का दावा है कि प्लेटलेट्स किसी अन्य जगह से लाए गए थे। तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद मरीज को दिक्कत होने लगी थी।

Compiled: up18 News