उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 10 जून को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंप का घर बुलडोजर से ढहाया जा रहा है। रविवार को भारी पुलिस बल के साथ पहुंची प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने घर का मुख्य दरवाजा गिरा दिया है। बाहरी दीवारें भी तोड़ दी हैं। दो-दो बुलडोजर तेजी के साथ घर गिराते चले जा रहे हैं। इसके साथ ही साफ हो गया है कि यूपी में हिंसा मामलों पर योगी सरकार चुप नहीं बैठने वाली है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। जावेद अहमद पंप को पहले ही अरेस्ट कर लिया गया था।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से कहा जा रहा है कि जावेद पंप को 25 मई को ही घर खाली करने का नोटिस किया गया था। 10 जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा मामले में जावेद अहमद का नाम सामने आने के बाद हो रही कार्रवाई को अलग नजरिए से देखा जा रहा है। प्रयागराज हिंसा मामले में जावेद पंप के साथ-साथ उसकी पत्नी और बेटी का भी हाथ भी होने की बात कही गई है। जावेद पंप के खिलाफ रविवार को हो रही कार्रवाई को पूर्व में जारी नोटिस के आधार पर किए जाने का दावा किया जा रहा है। पीडीए के अधिकारियों की ओर से सुबह 11 बजे तक घर को खाली करने का आदेश जारी किया गया था। हालांकि, दोपहर 12.45 बजे पुलिस और प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच बुलडोजर एक्शन शुरू हुआ।
जेके आशियाना कॉलोनी में भीड़
सीएम योगी आदित्यनाथ के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश के बाद प्रयागराज प्रशासन की ओर से अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई है। जावेद पंप के खिलाफ भले ही मामला पुराना बताया जा रहा हो लेकिन प्रयागराज हिंसा मामले में मुख्य आरोपी के रूप में उसकी गिरफ्तारी के बाद बुलडोजर कार्रवाई के जरिए बड़ा संदेश दिया गया है। बुलडोजर एक्शन से पहले जावेद पंप के घर जेके आशियाना कॉलोनी में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई। इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई है।
घर पर भारी पुलिस बल का जमावड़ा
जावेद पंप के घर को पुलिस ने खाली करा दिया है। अब वहां पर हलचल शुरू हो गई है। प्रयागराज विकास प्राधिकार के साथ प्रशासन की टीम वहां पहुंच गई है। हैलमेट लगाए पुलिसकमियों को पूरे सुरक्षा उपकरणों के साथ वहां तैनात किया गया है। जावेद पंप के करेली स्थित जेके आशियाना कॉलोनी में भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया है। पुलिस कॉलोनी में सड़कों पर फ्लैग मार्च कर रही है। साथ ही, घर के कैंपस के भीतर सुरक्षाकर्मी और अधिकारी स्थिति का जायजा ले रहे हैं। महिला सिपाहियों को भी मौके पर तैनात किया गया है।
सुबह 11 बजे तक दी गई थी मोहलत
रविवार सुबह से अवैध निर्माण को तोड़ने को लेकर पुलिस की टीम सुरक्षा देने के लिए वहां मौजूद है। पीडीए की ओर से पहले ही घर पर अवैध निर्माण को तोड़े जाने का नोटिस चिपका दिया गया था। इसमें रविवार सुबह 11 बजे तक मकान को खाली करने का आदेश दिया गया था। पीडीए सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जावेद पंप की ओर से बिना नक्शा पास कराए मकान का निर्माण कराया गया। इस संबंध में उनसे कागजात की मांग की गई, लेकिन इसे पेश करने में वे नाकाम रहे हैं। ऐसे में मकान को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया गया।
प्रदेश में 13 एफआईआर, 304 गिरफ्तार
10 जून को हुई हिंसा के मामलों में योगी सरकार की लगातार कार्रवाई जारी है। एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक अब तक 13 एफआईआर दर्ज कराई गए हैं, जिसके तहत 304 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सबसे अधिक 3 एफआईआर और 91 गिरफ्तारी प्रयागराज से हुई है। वहीं, सहारनपुर में 3 एफआईआर और 71 गिरफ्तारियां अब तक हो चुकी हैं।
हाथरस में एक एफआईआर और 51 गिरफ्तारियां हुई हैं। इसी तरह आंबेडकर नगर में एक एफआईआर और 34 गिरफ्तारी, मुरादाबाद में एक एफआईआर और 34 गिरफ्तारी, प्रयागराज में एक एफआईआर 15 गिरफ्तारी, अलीगढ़ में एक एफआईआर और 6 गिरफ्तारी, जालौन में एक एफआईआर और दो गिरफ्तारी एवं लखीमपुर खीरी में उपद्रव के मामलों में एक एफआईआर दर्ज हुआ है।
घटनाओं पर योगी ने जताई है सख्ती
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में जुमे की नमाज के बाद 10 जून को हुई हिंसा के मामले में सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने अधिकारियों के साथ विशेष समीक्षा बैठक में अपराधियों पर लगाम के कड़े निर्देश जारी किए। सीएम योगी ने कहा कि अपराधियों को काबू में करने के लिए सरकार पहले से सख्त रुख अपनाए हुए थी। अवैध स्टैंड को हटाए जाने का मामला हो या अवैध लाउडस्पीकर पर कार्रवाई, इससे हिंसा के मामलों पर तेजी से काबू पाने में कामयाबी मिली है।
पेशेवर अपराधियों पर होगी कार्रवाई
सीएम योगी ने कहा कि छह जिलों में घटना सामने आई है। प्रशासन की टीम ने इन पर तेजी से काबू पाया, लेकिन अब इस घटना में शामिल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का वक्त है। ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे कि दोबारा इस प्रकार की घटनाएं न घटित हो सकें।
उन्होंने पेशेवर अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई का आदेश दिया है। साथ ही, घटनाओं के लिए जिम्मेदारों को तय कर उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जिला प्रशासन और पुलिस को दिए गए हैं। सीएम योगी ने कहा कि उपद्रवी तत्वों से सख्ती से निपटना जरूरी है।
सोशल मीडिया की बढ़ेगी मॉनिटरिंग
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से साफ कहा कि उपद्रव की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करें। कोई भी उपद्रवी तत्व कार्रवाई से नहीं बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में कोई भी तत्व, चाहे वह किसी भी संगठन से क्यों न जुड़ा हुआ हो, अगर वह कानून हाथ में लेता है तो उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेंगे। घटना में सोशल मीडिया के उपयोग को देखते हुए सीएम योगी ने सेक्टर स्तर से सरकार के स्तर पर मॉनिटरिंग का निर्देश दिया।
योगी ने कहा कि अगर सेक्टर स्तर पर सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल का गठन किया जाए। इसके बाद प्रखंड स्तर, मंडल स्तर, जिला स्तर, प्रमंडल स्तर और सरकार के स्तर पर मॉनिटरिंग हो और किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत लगाम लगाने के लिए एक्शन लिया जाए।
-एजेंसियां
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