लखनऊ। प्रदेश में कफ सिरप के कथित अवैध कारोबार के खुलासे के बाद राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग साझा करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने तंज करते हुए सवाल उठाया कि “जब भाजपाइयों के जानलेवा कुकृत्यों का भंडाफोड़ हो गया है, तो क्या बुलडोज़र कफ सिरप पीकर बेसुध पड़ा है या उसे चलाने वाले?”
“कफ सिरप का काला कारोबार युवाओं को नशे की ओर धकेल रहा” — अखिलेश
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा से जुड़े कुछ लोग और उनके सहयोगी अरबों रुपये के कफ सिरप काले कारोबार में शामिल रहे, जिसकी वजह से जनता खासकर युवाओं को नशे की ओर धकेला गया और कई लोगों की जान तक जोखिम में पड़ गई। उन्होंने कहा कि पैसों के लालच में चल रहे इस रैकेट ने समाज को गहरी चोट पहुंचाई है।
भाजपा समर्थकों की ‘शर्मिंदगी और डर’ का दावा
सपा प्रमुख ने कहा कि जिन लोगों ने भाजपा को वोट दिया था, वे भी अब शर्मिंदा हैं। उन्होंने दावा किया कि अवैध कारोबार का कोई भी शिकार भाजपा या गैर-भाजपा देखकर नहीं बनता, इसलिए भाजपा समर्थकों में भी डर पैदा हो गया है।
अखिलेश का कहना है कि समर्थक इस बात को लेकर घबराए हुए हैं कि अगर उनके इलाके में कफ सिरप से जुड़ी कोई घटना हो गई, तो कहीं लोग उन्हें जिम्मेदार न ठहरा दें।
“सत्ता और काले कारोबारियों का गठजोड़ उजागर हुआ”
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि यह मामला तो सत्ता और काले कारोबारियों के गठजोड़ का एक उदाहरण भर है, आगे कितने ऐसे गोरखधंधे उजागर होंगे कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में प्रदेश की छवि को गहरी क्षति पहुंची है।
“भाजपा हटेगी तो उत्तर प्रदेश की छवि सुधरेगी” — सपा प्रमुख
अपने बयान के अंत में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश की छवि को बर्बाद किया है और प्रदेश की पहचान तब ही बहाल होगी जब भाजपा सत्ता से हटेगी।

