लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 50 छात्रों से कम वाले स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है। इसको लेकर प्रदेश का सियासी पारा बढ़ा हुआ है। विपक्षी दलों की तरफ से सरकार के इस फैसले का लगातार विरोध किया जा रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से लगातार प्रदेश की योगी सरकार को घेरा जा रहा है। बीते दिनों उन्होंने प्राइमरी स्कूलों के बंद होने के फैसले पर बड़ा बयान दिया था।
उन्होंने कहा था कि, जिन बूथों पर बीजेपी हारी थी, वहां के स्कूलों को बंद करने के लिए चिन्हित किया जा रहा है। ऐसे में अगर वहां पर बूथ नहीं रहेगा तो लोगों को वोट डालने के लिए दूर जाना पड़ेगा। केवल ये पढ़ाई के लिए साजिश नहीं है, ये वोट डालने से रोकने के लिए भी साजिश रची जा रही है। चुनाव आयोग की मिलीभगत से पूरे डेटा को मैच करके ये काम किया जा रहा है। अखिलेश यादव ने ये बयान बीते कुछ दिनों पहले दिया था और अब इस बयान की वीडियो वायरल हो रही है।
अखिलेश यादव के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, उनके इस दावे में कितनी सच्चाई है ये वो ही बता सकते हैं। लेकिन एक बात तो साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव इसे बड़ा मुद्दा बनाकर लोगों के बीच जाएंगे। बता दें कि, प्रदेश में अभी तक सैकड़ों की संख्या में स्कूलों को चिन्हित कर मर्ज किया जा चुका है।
विधानसभा चुनाव में दिखेगा असर
अखिलेश यादव के इस बयान का विधानसभा के चुनाव में असर दिखना तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि, प्रचार के दौरान अखिलेश यादव अपने इस बयान को और ज्यादा भुनाने की कोशिश करेंगे। इसको लेकर वो भाजपा सरकार पर हमलावर भी हैं। ऐसे में उनका ये बयान उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में फायदा भी पहुंचा सकता है। इसके साथ ही भाजपा को नुकसान भी हो सकता है।
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