प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के केवड़िया में मोरबी हादसे पर बयान दिया है. पीएम मोदी ने कहा है, “आज राष्ट्रीय एकता दिवस हमें इस दुख की घड़ी में एकजुट होकर अपने कर्तव्य पथ पर रहने की संवेदना दे रहा है. अस्पताल में लगातार इलाज चल रहा है.
हादसे की ख़बर मिलने के बाद ही सीएम भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंच गए थे. जांच के लिए एक समिति बनाई गई है. राहत और बचाव कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ‘राहत-बचाव कार्य में एनडीआरएफ़, सेनाऔर वायुसेना लगी हुई है. लोगों की दिक्कतें कम से कम हो, इसे प्राथमिकता दी जा रही है.’
इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि ‘गुजरात में कल की घटना में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है. सबसे पहले मैं दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उन्हें शांति मिले.”
घटनास्थल पर मौजूद राहतकर्मी क्या बता रहे हैं?
गुजरात के मोरबी में बीती रात हुए पुल हादसे में अब तक कम से कम 132 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है. एनडीआरएफ़ के अधिकारी प्रसन्ना कुमार ने बताया है कि उनकी टीमों को बचाव अभियान में किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा, “यहां पर पानी ठहरा हुआ है और ये पानी सीवेज़ वॉटर है. इस वजह से पानी में देखना बहुत मुश्किल है. हमारे गोताखोर रात के टाइम पर पानी में लाइट लेकर उतरे तब भी दिखाई नहीं पड़ रहा था. हमारे लिए ये बहुत बड़ी चुनौती है. इस पानी को निकालना मुश्किल है. हमारे गोताखोर इसी पानी में से लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. यहां पर हमारी पांच टीमें तैनात हैं जिसमें लगभग 125 बचावकर्मी शामिल हैं. इसके साथ ही हमारे पास नावों के साथ-साथ गहरे पानी में उतरने वाले गोताखोर और ज़रूरी उपकरण मौजूद हैं.”
इसके साथ ही राजकोट के ज़िलाध्यक्ष अरुण महेश बाबू ने बताया है कि ‘मौके पर एसडीआरएफ़ की दो टीमें, एनडीआरएफ़ की एक स्थानीय टीम और बड़ौदा से आई एक टीम मौजूद है. इसके साथ ही आर्मी, एयरफोर्स, दमकल विभाग से लेकर नगर निकायों की टीमें बचाव अभियान में लगी हुई हैं.’
राजकोट के मुख्य दमकल अधिकारी इलेश खेर ने बताया है, “राजकोट फायर बिग्रेड ने छह नावों, छह एंबुलेंस, दो रेस्क्यू वैन और साठ जवानों को तैनात किया है. इसके साथ ही बड़ौदा, अहमदाबाद, गोंडाल, जामनगर और कच्छ से आईं कुल 20 नावें बचाव अभियान चला रही हैं.”
-Compiled by up18 News
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