प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 123वें एपिसोड में आपातकाल के दौर की चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा, आप कल्पना कर सकते हैं वह दौर कैसा था। इमरजेंसी लगाने वालों ने न केवल हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्यायपालिका को अपना गुलाम बानाए रखने का था। इस दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया था। इसके ऐसे अनेक उदाहरण हैं जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
पीएम मोदी ने आगे कहा, आपातकाल के दौरान जॉर्ज फर्नांडिस साहब को जंजीरों में बांधा गया था। अनेक लोगों को कठोर यातनाएं दी गईं। MISA के तहत किसी को भी ऐसे ही गिरफ्तार कर लिया जाता था, उस दौर में जो हजारों लोग गिरफ्तार किए गए, उन पर ऐसे ही अमानवीय अत्याचार हुए लेकिन ये भारत की जनता का सामर्थ्य है कि वो झुकी नहीं, टूटी नहीं और लोकतंत्र के साथ कोई भी समझौता उसने स्वीकार नहीं किया। आखिरकार जनता-जनार्दन की जीत हुई, आपातकाल हटा लिया गया और आपातकाल थोपने वाले हार गए।
पीएम मोदी ने कहा, कुछ दिन पहले देश में आपातकाल लागू हुए 50 साल पूरे हुए और हम देशवासियों ने ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया। हमें उन लोगों को याद करना चाहिए जिन्होंने आपातकाल के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। यह हमें अपने संविधान की रक्षा के लिए सतर्क रहने की प्रेरणा देता है।
‘अहिंसा सिल्क’ अपनाने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 123वें एपिसोड में देशवासियों से अहिंसा सिल्क अपनाने की अपील की। उन्होंने मेघालय में बनने वाली एरी सिल्क का जिक्र करते हुए इसकी खासियत बताई। पीएम ने कहा कि हमारा भारत जिस तरह अपनी क्षेत्रीय, भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है, उसी तरह कला, शिल्प और कौशल की विविधता भी हमारे देश की एक बड़ी खूबी है। आप जिस क्षेत्र में जाएंगे, वहां की कुछ-न-कुछ खास और लोकल चीज के बारे में आपको पता चलेगा। हम अक्सर ‘मन की बात’ में देश के ऐसे अनोखे उत्पाद के बारे में बात करते हैं। ऐसा ही एक उत्पाद है मेघालय का एरी सिल्क।
पीएम मोदी का अंतरिक्ष में भारत की उड़ान को सलाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में अंतरिक्ष में भारत की नई उपलब्धियों और समाज के दो महत्वपूर्ण पेशों—डॉक्टर्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (सीए)—के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित किया। पीएम मोदी ने इस एपिसोड में भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों पर गर्व जताया। उन्होंने कहा, ‘इस समय सबकी निगाहें अंतर्राष्ट्रीय स्पेस सेंटर पर भी हैं। भारत ने एक नया इतिहास रचा है।’
इस संदर्भ में उन्होंने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से अपनी हालिया बातचीत का जिक्र किया, जो इस समय अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पीएम ने बताया कि उनकी शुभांशु से बातचीत को देशवासियों ने सुना होगा और यह मिशन कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शुभांशु को कुछ और दिन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में रहना है इसलिए ‘मन की बात’ के अगले एपिसोड में इस पर हम और अधिक चर्चा करेंगे।
‘बोडोलैंड अब देश के ‘खेल नक्शे’ पर अपनी चमक और बढ़ा रहा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 123वें संस्करण में बोडोलैंड में फुटबॉल की बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डाला है। इसके साथ ही उन्होंने फिटनेस पर फोकस करने की बात दोहराई है। पीएम मोदी ने कहा, ‘आप एक तस्वीर की कल्पना कीजिए। सुबह की धूप पहाड़ियों को छू रही है, धीरे-धीरे उजाला मैदानों की ओर बढ़ रहा है, और उसी रोशनी के साथ बढ़ रही है फुटबॉल प्रेमियों की टोली। सीटी बजती है और कुछ ही पलों में मैदान तालियों और नारों से गूंज उठता है। हर पास, हर गोल के साथ लोगों का उत्साह बढ़ रहा है।’
मन की बात की मुख्य बातें
पीएम मोदी ने कहा, “धार्मिक यात्राएं सेवा के अवसर का महाअनुष्ठान होती हैं। जितने लोग यात्रा में जाते हैं, उससे ज्यादा लोग उनकी सेवा में जुट जाते हैं। लंबे समय के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा शुरू हुई है। हिंदू, बौद्ध, जैन परंपरा में कैलाश को श्रद्धा का केंद्र माना गया है। जब कोई तीर्थयात्रा पर जाता है तो एक भाव मन में आता है, चलो बुलावा आया है।” यही भाव हमारी धार्मिक यात्राओं की आत्मा है। ये यात्राएं शरीर के अनुशासन का, मन की शुद्धि का, आपसी प्रेम और भाईचारे के साथ-साथ प्रभु से जुड़ने का माध्य है।
उन्होंने ये भी बताया, ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ यानी WHO ने भारत को Trachoma free घोषित कर दिया है। अब भारत Trachoma मुक्त देश बन चुका है। ये उन लाखों लोगों की मेहनत का फल है, जिन्होंने बिना थके, बिना रुके, इस बीमारी से लड़ाई लड़ी। ये सफलता हमारे हेल्थ वर्कर्स की है।
इमरजेंसी के दौर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इमरजेंसी लगाने वालों ने ना सिर्फ हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्यायपालिका को भी अपना गुलाम बनाए रखने का था। इस दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया था। इसके ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने आगे कहा, अभी इंटरनेशनल लेबल ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट आई है। इसमें सामने आया है कि देश के 95 करोड़ लोग किसी न किसी सरकारी योजना का लाभ उठा रहे हैं। इन सफलताओं ने एक विश्वास दिलाया है कि आने वाले समय में भारत और सशक्त होगा। साथियों, जनभागीदारी से देश और आगे बढ़ रहा है।
इस दौरान उन्होंने देशवासियों से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए भी कहा। पीएम मोदी ने कहा, “बोडोलैंड आज अपने नए रूप से साथ देश के सामने खड़ा है। बोडो टेरोटेरियल एरिया में तीन हजार से ज्यादा टीमें और 70 हजार से ज्यादा खिलाड़ी फुलबॉल खेल रहे हैं। एक समय था जब बोडोलैंड संघर्ष कर रहा था। आज यहां से निकले फुटबॉल खिलाड़ी अपनी पहचान बना रहे हैं। कई ने तो सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों में रास्ते बनाए। अगर हमें अपने सामर्थ्य को बढ़ाना है तो हेल्थ पर ध्यान देना होगा। भोजन में 10 प्रतिशत तेल घटाइए और मोटापा कम कीजिए।”
पीएम मोदी ने बताया कि मेघालय के एरी सिल्क को जीआई टैग मिल गया है। उन्होंने कहा कि हम अक्सर मन की बात में देश के यूनीक प्रोडक्ट की बात करते हैं। कुछ दिन पहले मेघालय के एरी सिल्क को जीआई टैग मिला है। इस सिल्क की कई ऐसी खूबियां हैं, जो इसे अन्य फैब्रिक से अलग बनाती हैं। इसे बनाने के लिए प्रयोग होने वाले रेशम के कीड़ों के मारा नहीं जाता है। इसकी खूबी है कि यह सर्दियों में गर्मी और गर्मियों में ठंडक देता है। वहीं, तेलंगाना के भद्राचलम की महिलाएं पहले खेतों में मजदूरी करती थीं, जो आज मिलेट्स से बिस्किट बना रही हैं। उनकी कॉपरेटिव में 3 हजार से ज्यादा रोटियां बनाई जाती हैं। गांव की रोटी शहर तक पहुंच रही है।
उन्होंने सरकारी योजनाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि अभी इंटरनेशनल लेबल ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट आई है, इसमें सामने आया है कि देश के 95 करोड़ लोग किसी न किसी सरकारी योजना का लाभ उठा रहे हैं। इन सफलताओं ने एक विश्वास दिलाया है कि आने वाले समय में भारत और सशक्त होगा। जनभागीदारी से ये देश और आगे बढ़ रहा है।
-साभार सहित