गुजरात: गांधीनगर में पीएम ने किया डिजिटल इंडिया वीक 2022 का उद्घाटन

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तीन दिनों की हैदराबाद यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने गृह नगर गुजरात पहुंचे हैं, जहां उन्होंने गांधीनगर में डिजिटल इंडिया वीक 2022 का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने डिजिटल इंडिया वीक पर लगाई गई प्रदर्शनी का भी मुआयना किया. इसके साथ ही उन्होंने कई डिजिटल पहल को लॉन्च किया.

मोदी सरकार स्टार्ट अप इंडिया के तकनीकी और सेवाओं को लोगों तक सहज उपलब्ध कराने के लिए डिजिटल क्रांति पर जोर दे रही है. डिजिटल इंडिया वीक के दौरान लोगों के जीवन में सहजता लाने के लिए डिजिटल गतिविधियों की प्रदर्शनी लगाई गई है.

भारत औद्योगिक क्रांति 4.0 को दिशा दे रहा है

डिजिटल इंडिया वीक 2022 के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, आज हम गर्व से कह सकते हैं कि भारत औद्योगिक क्रांति 4.0 को दिशा दे रहा है. इसमें गुजरात का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि आज सरकार की अधिकतर सेवाएं डिजिटल हो चुकी है. पहले इन कामों के लिए कई-कई दिन लग जाते थे आज यह मिनटों में हो जाता है. पीएम मोदी ने कहा कि जनधन, मोबाइल और आधार, ये तीनों त्रिशक्ति है. इस त्रिशक्ति से देश के गरीब को सबसे ज्यादा फायदा मिला है. इससे जो पारदर्शिता आई है उससे देश का करोड़ों पैसा बच जाता है.

डिजिटल इंडिया भाषिणी का भी उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, रेल मंत्री अश्वनि वैष्णव और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर भी मौजूद रहे. इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया भाषिणी का भी उद्घाटन किया.

डिजिटल इंडिया भाषिणी के माध्यम से आम जनता इंटरनेट पर अपनी भाषा में डिजिटल सेवा को प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा डिजिटल इंडिया जेनेसिस, माइ स्कीम, इंडिया स्टैक ग्लोबल, मेरी पहचान, नेशनल सिंगल साइन ऑन जैसे पहलों का भी उद्घाटन किया.

डिजिटल इंडिया से बिचौलिए की भूमिका समाप्त

पीएम मोदी ने कहा, डिजिटल इंडिया ने आम लोगों का काफी पैसा बचाया है. डिजिटल इंडिया बिचौलिए की भूमिका को समाप्त कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा, DBT के माध्यम से बीते 8 साल में 23 लाख करोड़ रुपए से अधिक सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजे गए हैं. इस टेक्नोलॉजी की वजह से देश के 2 लाख 23 हजार करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 3 करोड़ लोगों ने डॉक्टरों से फोन पर इलाज कराया.

-एजेंसियां