सूडान में भारतीयों की सुरक्षा संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सूडान में सेना व रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच जारी गृहयुद्ध को लेकर मंगलवार देर शाम को दोनों पक्षों ने 24 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमति जताई थी, पर युद्धविराम टूट गया।
बुधवार को डब्ल्यूएचओ ने सूडान में 270 मौतों की बात कही जबकि 2,600 से ज्यादा घायल बताए थे। सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत नजर बनाए रखे हुए है। विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई व सऊदी अरब से वार्ता कर समन्वय शुरू कर दिया है।
गोलाबारी व हवाई हमलों ने राजधानी खारतूम और नील नदी के ओमडुरमैन शहर को हिलाकर रख दिया है। बताया जा रहा है कि देश के किसी अनजान जगह पर 31 भारतीयों के फंसे होने की खबरें हैं। सूडान की सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। तब से यह हालात बने हुए हैं।
भारतीयों की सुरक्षा पर चार देशों से चर्चा की
भारतीयों की सुरक्षा पर विदेश मंत्री जयशंकर ने चार देशों से चर्चा के बाद ट्वीट किया कि सऊदी अरब के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान का शुक्रिया, जो हमारे संपर्क में हैं। उन्हें सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान व ब्रिटेन-अमेरिका से भी व्यावहारिक समर्थन का आश्वासन मिला है।
आरएसएफ ने शुक्रवार सुबह 6 बजे से युद्ध रोका
सूचना है कि सूडान हिंसा को शुक्रवार को सात दिन हो गए। देश के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) ने आज से युद्ध को रोकने का फैसला किया है। अर्धसैनिक बलों की घोषणा के अनुसार, ईद उल-फितर के कारण शुक्रवार सुबह 6 बजे से युद्ध को रोक दिया गया।
भारतीय विदेश मंत्रालय की सलाह: जहां हैं, वहीं पर रहें और बाहर न निकलें
विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि चार-पांच दिनों के बाद भी संघर्ष कम नहीं हुआ है, लड़ाई जारी है और स्थिति तनावपूर्ण है। ऐसे में हम भारतीयों से आग्रह करते हैं कि वे जहां हैं, वहीं पर रहें और बाहर न निकलें।
सूडान में मौजूदा वक्त करीब 4,000 भारतीय
बताया जा रहा है कि सूडान में करीब 4,000 भारतीय हैं जिनमें करीब 1200 लोग सूडान में बस गए थे। और वे वहां करीब 150 वर्षों से हैं। अन्य प्रवासी भारतीय सूडान में पेशेवरों के रूप में काम कर रहे हैं, वहीं कुछ भारतीय संयुक्त राष्ट्र मिशन और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में काम कर रहे हैं।
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.