उत्तराखंड के जोशीमठ में ज़मीन धंसने के मुद्दे पर आम लोगों ने राज्य सरकार के ख़िलाफ़ आक्रोश जताते हुए बद्रीनाथ हाइवे जाम कर दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ जोशीमठ के 561 घरों में दरारें आ गयी हैं और यहां की जेपी कॉलोनी में ज़मीन के अंदर से पानी का रिसाव हो रहा है. घरों के साथ-साथ जोशीमठ शहर की सड़कों पर भी दरारें नज़र आने लगीं हैं.
जोशीमठ नगर निगम के अध्यक्ष शैलेंद्र पवार ने कहा है, “सुनील वार्ड की मुख्य सड़कों पर दरारें बढ़ती जा रही हैं जिसकी वजह से लोगों को चलने में दिक्कतें हो रही हैं.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि “बद्रीनाथ हाइवे के पास स्थित सिंहधर जैन क्षेत्र और मारवाड़ी के पास जेपी कंपनी गेट इलाके में वन विभाग चेक पोस्ट के पास दरारें हर घंटे बढ़ती जा रही हैं जो काफ़ी चिंता का विषय है.”
इसकी वजह से जोशीमठ में रहने वाले आम लोग अपने घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां रहने जा रहे हैं. क्योंकि घरों की दीवारों में पड़ी दीवारें गहरी होती जा रही हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा है कि वह आने वाले दिनों में जोशीमठ का दौरा करेंगे और स्थिति संभालने की दिशा में ज़रूरी कदम उठाएंगे.
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ‘जोशीमठ सर्वेक्षण का कार्य लगातार चल रहा है, सर्वेक्षण रिपोर्ट के बाद समीक्षा बैठक की गई है. जोशीमठ शहर को बचाने के लिए सभी ज़रूरी काम किया जाए.’
इस क्षेत्र के दोबारा अध्ययन के लिए बनाई गई टीम में वाडिया इंस्टीट्यूट और आईआईटी रुड़की के साथ-साथ भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के इंजीनियरों को शामिल किया गया है.
Compiled: up18 News
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