PDP की नेता महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ दिल्ली में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया। बुधवार (8 फरवरी) को महबूबा मुफ्ती और उनके कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। महबूबा जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में गुंडा राज है। इसे अफगानिस्तान की तरह बर्बाद किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर को अफगानिस्तान बनाना चाहती है केंद्र सरकार: महबूबा
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए अब तक कई इमारतों पर बुलडोजर चलाया गया है। इसके विरोध में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह विध्वंस अभियान कश्मीर को फिलिस्तीन से भी बदतर स्थिति में बदल रहा है। केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को अफगानिस्तान जैसा बनाना चाहती है।
BJP ने बहुमत को हथियार बनाया
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि बीजेपी देश के संविधान को तोड़ रही है। कश्मीर को अफगानिस्तान बना दिया गया है। बीजेपी ने बहुमत को हथियार बनाया है। जम्मू-कश्मीर में अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत गरीबों और हाशिए पर खड़े लोगों के घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख ने इस दौरान देश में विपक्षी पार्टी के नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वे भाजपा द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर मूकदर्शक न बनें। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल संविधान को कुचलने के लिए कर रही है।
महबूबा मुफ़्ती ने जम्मू-कश्मीर की आर्थिक स्थिति पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा, “फिलिस्तीन अभी भी बेहतर है। कम से कम लोग बात कर सकते हैं। जिस तरह से लोगों के छोटे-छोटे घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है, उससे कश्मीर अफगानिस्तान से भी बदतर होता जा रहा है।”
महबूबा मुफ्ती ने यह भी कहा कि भाजपा के शासन में जम्मू-कश्मीर की आर्थिक स्थिति खराब हुई है। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर ही एक ऐसा प्रदेश था, जहां लोग सड़क पर नहीं सोते थे, जहां लोग मुफ्त राशन के लिए लाइन में खड़े नहीं होते थे। जब से बीजेपी आई है, गरीबी रेखा से ऊपर रहने वाले लोग भी इसके नीचे आए हैं।
Compiled: up18 News