आगरा। यमुनापार क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग और एसटीएफ की टीम ने स्टिंग ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाली एक पैथोलॉजी पर छापा मारा। इसमें एक आशा कार्यकर्ता और एक दलाल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अभी दोनों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही जांच के आधार पर दोनों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि यमुनापार में करीब 1 महीने पहले प्रिया हॉस्पिटल को भ्रूण लिंग परीक्षण करने के मामले में सील किया गया था और डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वहीं फिर से यमुनापार में भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना सामने आ रही थी। इसके बाद एक टीम को तैयार किया गया और यमुनापार की कई पैथोलॉजी पर जांच पड़ताल की गई जिसमें ट्रांस यमुना फेस वन में स्थित रियल डायग्नोस्टिक जिसे डॉ दीपक अग्रवाल एमडी पैथ और उनकी पत्नी सारिका अग्रवाल चलाती है, पैथलॉजी पर स्टिंग ऑपरेशन के दौरान छापामार कार्रवाई की गई।
डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि लिंग परीक्षण की पूर्व सूचना के आधार पर पैथोलॉजी में छापामार कार्रवाई की गई। जिसमें फतेहाबाद ब्लॉक में तैनात आशा महिला अनीता एक डमी पेशेंट को अपने साथ बिचौलिए वीरेंद्र पुत्र हीरालाल निवासी रामपुर फिरोजाबाद जो कि रामबाग क्षेत्र के एपी हॉस्पिटल में कंपाउंडर के तौर पर काम करता है उससे मुलाकात कराई। उसने बताया कि ₹20 हज़ार में आपका लिंग परीक्षण करा दिया जाएगा
वीरेंद्र डमी पेशेंट को अपने साथ ट्रांस यमुना की पैथोलॉजी पर लेकर आया। वहीं स्वास्थ्य की टीम डायग्नोस्टिक सेंटर के पास खड़ी होकर इंतजार करने लगी। जैसे ही वीरेंद्र ने डमी पेशेंट से पैसे लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे पीछे से दबोच लिया। इसके बाद वीरेंद्र अचानक से हड़बड़ा गया और पैथोलॉजी में भी हड़कंप मच गया।
स्वास्थ विभाग और एसटीएफ की टीम पैथोलॉजी में जांच-पड़ताल में जुट गई। डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने बताया है कि ₹20 हज़ार रुपये बिचौलिया वीरेंद्र ने अपने हाथ में लिए थे। पैथोलॉजी के कागजों की जांच पड़ताल की जा रही है जो भी संबंधित कार्रवाई होगी उसे जल्द से जल्द किया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ पुलिस भी इस मामले में बिचौलिए वीरेंद्र और आशा महिला अनीता से पूछताछ करने में जुटी हुई है।