भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को लेकर एक बड़ी रिपोर्ट सामने आई थी। द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि पाकिस्तान में भारत आतंकियों का खात्मा कर रहा है। इस बारे में जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एक इंटरव्यू में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारत घर में घुसकर मारेगा। राजनाथ सिंह के इस बयान पर अब पाकिस्तान ने रिएक्शन दिया है।
पाकिस्तान ने राजनाथ सिंह के बयान की निंदा की है। पाकिस्तान ने राजनाथ के बयान को उत्तेजक बताया है। पाकिस्तान ने भी शुक्रवार को कहा था कि उसके पास इस बात के सबूत हैं कि भारतीय एजेंट्स ने दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या की है।
न्यूज 18 के साथ एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कोई भी आतंकी हमारे पड़ोसी देश से अगर भारत को डिस्टर्ब करने की कोशिश करेगा, यहां पर आतंकी हरकतें करेगा तो उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। अगर वह भागकर पाकिस्तान में जाएगा तो पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे।’
राजनाथ सिंह का यह बयान गार्जियन की रिपोर्ट के बाद आया। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 2020 से अब तक पाकिस्तान में भारत ने 20 आतंकियों को ढेर किया है। इसमें कहा गया था कि पुलवामा हमले के बाद भारत आक्रामक हो गया।
क्या बोला पाकिस्तान
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘पाकिस्तान भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक इंटरव्यू के दौरान की गई उत्तेजक टिप्पणियों की निंदा करता है। 25 जनवरी 2024 को पाकिस्तान ने पाकिस्तानी धरती पर न्यायेतर और अंतर्राष्ट्रीय हत्याओं के भारत के अभियान को स्पष्ट करते हुए आकाट्य सबूत दिए हैं।’
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकियों को मारने की बात कही है, लेकिन पाकिस्तान का इतिहास उन्हें बचाने का रहा है। पाकिस्तान ने बयान में आगे कहा, ‘पाकिस्तान के अंदर मनमाने ढंग से आतंकवादी कहे जाने वाले नागरिकों को मारने की तैयारी यह साफ-साफ दिखाता है कि भारत दोषी है और वह इसे मान रहा है।’
दुनिया से लगा रहा गुहार
पाकिस्तान ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बयान को लेकर आगे कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए यह जरूरी है कि वह भारत को उसके जघन्य और गैरकानूनी कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराए।’
पाकिस्तान ने कहा कि वह अपनी आक्रामकता के किसी भी कृत्य के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के अपने इरादे और क्षमता में दृढ़ है। बयान में पाकिस्तान ने भारत की ओर से 2019 में की गई एयर स्ट्राइक का भी जिक्र किया। इसके साथ ही कहा कि इस तरह का व्यवहार क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है।
-एजेंसी