इसराइल के तेल अवीव में इरिट्रिया दिवस का जश्न मना रहे इरिट्रिया सरकार के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि इसराइल की पुलिस ने इन झड़पों को रोकने के लिए कार्रवाई की. प्रदर्शनकारियों की ओर से पुलिस पर पत्थर फेंकने और कूड़ेदानों में आग लगाने की ख़बर है. बताया जा रहा है कि इरिट्रिया के ये नागरिक इसराइल में शरण लेना चाहते हैं.
सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे फुटेज में इरिट्रिया सरकार के समर्थकों को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को डंडों से पीटते हुए दिखाया गया है.
इसराइल के डॉक्टरों ने बताया है कि 114 से अधिक घायलों का इलाज किया गया है, जिनमें से लगभग 30 लोग पुलिस अधिकारी थे.
हिंसा की यह घटना एक सितंबर को हुई, जब इरिट्रिया दूतावास की ओर से क्रांति दिवस मनाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसी दौरान सरकार विरोधी लोग भी वहां इकट्ठे हो गए और दोनों पक्षों में झड़प हो गई.
यह दिवस 1961 में इथियोपिया के ख़िलाफ़ इरिट्रिया के आज़ादी की लड़ाई के शुरू होने के लिए मनाया जाता है. हालांकि 1993 में इरिट्रिया को आज़ादी मिल गई, लेकिन तब से वहां ईसाइयस अफ़वर्की का ही शासन है.
मानवाधिकारों के उल्लंघन और दमनकारी शासन के आरोप में अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इस देश पर प्रतिबंध लगा रखा है. मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले कई संगठन अफवर्की सरकार की दमनकारी नीतियों की निंदा करते रहते हैं.
Compiled: up18 News
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