चीन में लगातार कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है। सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। कब्रिस्तानों और शवदाह गृहों के सामने लोगों की भीड़ लगी है। लेकिन ड्रैगन कोरोना के मामलों को छिपाने में जुटा हुआ है। चीन के मुताबिक कोरोना के कोई भी गंभीर मामले नहीं हैं। लेकिन चीन से निकल कर आ रही तस्वीरें कुछ और ही कहानी कह रही हैं। चीन के अस्पताल से वीडियो आए हैं, जिसमें मरीजों के लिए जगह नहीं है। डॉक्टर लोगों को बचाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
फर्श पर ही लगा दिया वेंटिलेटर
चीन से आए एक वीडियो में दिख रहा है कि डॉक्टर फर्श पर एक मरीज का सीना दबा रहे हैं। इसके साथ ही दिख रहा है कि बेड की कमी के कारण कई अन्य मरीज फर्श पर लेटे हुए हैं। ठंडे फर्श पर ही मरीजों को वेंटीलेटर के साथ जोड़ दिया गया है। वीडियो चीन के चोंगकिंग शहर के एक अस्पताल का बताया जा रहा है। चीन से निकल कर आई तस्वीरें कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की भयानक स्थिति की गवाही देती हैं।
क्यों बढ़ रहा है कोरोना
दरअसल, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन में जीरो कोविड पॉलिसी लागू कर रखा था। इसके तहत लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। लगातार लोगों की मांग थी कि इसे खत्म कर दिया जाए। दिसंबर के शुरुआती हफ्ते में चीन में बिना किसी तैयारी के जीरो कोविड पॉलिसी को खत्म कर दिया गया। ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन का बूस्टर डोज नहीं दिया गया है। इनमें बुजुर्ग बड़ी संख्या में हैं। अचानक से दी गई ढील के कारण बड़े पैमाने पर लोग बाहर निकले, जिसके कारण मामले बढ़े हैं।
मामले बढ़ रहे और चीन दिखा रहा तानाशाही
महीनों तक लोगों को चीन की सरकार ने उनके घरों में बंद रखा। अब अचानक से ढील दी गई है। कोरोना बढ़ रहा है, लेकिन चीन की सरकार लोगों से अपने काम पर जाने को कह रही है। वुहू, चोंगकिंग और गुइयांग शहर और झेजियांग प्रांत में सरकारी कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने का निर्देश दिया गया है। हल्के और बिना लक्षण वाले मरीजों को सुरक्षा उपकरण के साथ काम पर लौटने का आदेश दिया गया है। मेडिकल फील्ड से जुड़े कर्मचारी साइट पर ही रह रहे हैं। उन्हें घर जाने की इजाजत नहीं है।
चीन ने रिपोर्ट जारी करना किया बंद
चीन में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के BF.7 सबवेरिएंट ने तबाही मचा रखी है। ये वेरिएंट इतना खतरनाक है कि 1 संक्रमित व्यक्ति 10-18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। एक तरफ विशेषज्ञ इसे लेकर चेतावनी दे रहे हैं तो दूसरी तरफ चीन ने संक्रमितों का आंकड़ा जारी करना ही बंद कर दिया है। चीन में अनिवार्य कोरोना टेस्टिंग खत्म कर दी गई है, जिससे संक्रमितों का सही आंकड़ा नहीं पता लग रहा है। लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी भी हर रोज 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
Compiled: up18 News