नई दिल्ली। अपराधियों को पकड़ने के लिए ओडिशा पुलिस (Odisha Police) ने देश में अब तक का सबसे स्मार्ट तरीका अपनाया है. पुरी में चेहरे की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर की मदद से पुलिस ने यहां रथ यात्रा के दौरान 90 से अधिक ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो झपटमारी के काम में लगे थे. दरअसल त्योहार के दौरान जेबकतरे, चेन और मोबाइल चोर भक्तों की भीड़ का फायदा उठाने की फिराक में रहते हैं. लेकिन पुलिस ने नये डिवाइस से इस तरह अपराध पर काबू पाना शुरू कर दिया है. इसे बुलेट कैमरा (Bullet camera) नाम दिया गया है.
पुरी के पुलिस अधीक्षक ने कहा है बुलेट कैमरे की मदद से अपराधियों के पास से 117 फोन जब्त किए गए हैं. उनके मुताबिक इस डिवाइस को आगे भी उपयोग में लाया जायेगा और पूरे प्रदेश में इसके जरिए अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जायेगी. पुलिस के मुताबिक मंदिर में पुराने कैमरों को वीडियो एनालिटिक्स और चेहरे की पहचान प्रणाली से लैस नए कैमरों से बदला जायेगा. करीब 6.47 करोड़ रुपये की लागत से कम से कम 162 कैमरे लगाए जाएंगे.
क्या है बुलेट कैमरा?
ओडिशा में पहली बार पुरी पुलिस ने आदतन शातिर अपराधियों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए जिस बुलेट कैमरा तकनीक का इस्तेमाल किया है, वह सबसे हाईटेक कैमरा माना जाता है. हाई-रिज़ॉल्यूशन वाले मोटर चालित इन बुलेट कैमरों को फिलहाल जगन्नाथ मंदिर के सामने ग्रैंड रोड पर विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया गया है.
राज्य पुलिस अधिकारियों के मुताबिक फीडबैक और प्रदर्शन के आधार पर भुवनेश्वर और कटक सहित प्रदेश के दूसरे शहरों में भी इस तकनीक का विस्तार किया जाएगा. पुलिस के मुताबिक अपराध की रोकथाम और पता लगाने की दिशा में यह तकनीक एक क्रांतिकारी नतीजा दे सकती है.
– एजेंसी