राजस्थान के जोधपुर के जालोरी गेट इलाके में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. ये विवाद सोमवार रात तब शुरू हुआ जब जालोरी गेट स्थित एक स्वतंत्रता सेनानी की मूर्ति के पास लगे झंडे को दूसरे समुदाय ने हटा कर अपने झंडे और लाउडस्पीकर लगा दिए.
घटना जालोरी गेट चौराहे पर स्थित बालमुकंद बिस्सा सर्किल के पास की है, जहां भगवा ध्वज को उतार फेंकने और उसकी जगह समुदाय विशेष का झंडा फहराने से हंगामा बढ़ा. जिसमें दो पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई, जिसके बाद जमकर पत्थरबाजी हुई.
इसके बाद आज मंगलवार को ईद की नमाज़ के बाद एक बार फिर झंडे को लेकर विवाद शुरू हुआ जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. उपद्रवियों ने एटीएम में तोड़फोड़ की. कई दुकानों को लूट लिया और 15 से 20 गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए. पुलिस पर भी अटैक किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. जयपुर से एडीजी क्राइम सहित आलाधिकारी जोधपुर रवाना हो गए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ जोधपुर के पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगोई ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है, फ्लैग मार्च निकाला जाएगा, क़ानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. पुलिस कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं. हम घटना जांच कर रहे हैं.”
घटना स्थल पर मौजूद एक पत्रकार ने नाम ना ज़ाहिर करने की शर्त पर बताया है कि, “झंडा लगाने का विवाद मंगलवार सुबह फिर गहराया तो ज़िला प्रशासन ने एक समुदाय के लगाए झंडे को हटा कर वहां तिरंगा झंडा लगा दिया है.”
घटना स्थल पर इस समय भारी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस और बैरिकेडिंग की गई है.
जालोरी गेट के आसपास के इलाक़े को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
बीती रात हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़नी पड़ी और लाठीचार्ज करना पड़ा था.
एक एसएचओ, डीसीपी और एक पत्रकार इस दौरान घायल हो गए जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
इस झड़प के बाद मंगलवार की सुबह पुलिस की सुरक्षा में ईद की नमाज़ पढ़ी गई. इलाक़े में बड़ी तादाद में पुलिस बल मौक़े पर मौजूद हैं.
इस घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर घटना दो दुर्भगायपूर्ण बताया और शांति बनाए रखने की अपील की है.
-एजेंसियां
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.