नगालैंड से JDU के एकमात्र विधायक ने BJP को दिया समर्थन, नीतीश शॉक्‍ड, बनी विपक्ष विहीन सरकार

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इसके साथ ही नगालैंड में विपक्ष खत्म हो चुका है। विपक्ष के रूप में वहां जेडीयू थी लेकिन बिना शर्त जेडीयू की स्टेट कमेटी ने बीजेपी शासित सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। सीधे शब्दों में कहिए तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को झटका देकर इकलौते जेडीयू विधायक बीजेपी में चले गए। जिसके बाद नगालैंड में विपक्ष विहीन सरकार बन गई है। इसे बीजेपी का एक्सपेरिमेट कहा जा रहा है। जेडीयू का कहना है कि ये बीजेपी की विपक्ष विहीन सरकार बनाने की कल्पना का वास्तविक स्वरूप है। जदयू के प्रवक्ता सुनील सिंह ने इसे बीजेपी की साजिश बताते हुए कहा कि बीजेपी ने नगालैंड को विपक्ष विहीन सरकार बनाने की कल्पना की प्रयोगशाला बनाई है।

JDU बोली, बीजेपी ने कर दी शुरूआत

इस तरह से नगालैंड में बीजेपी-एनडीपीपी के गठबंधन की सरकार का रास्ता साफ हो गया है। अब तो इसे जेडीयू के इकलौते विधायक ने भी समर्थन दे दिया है। इस समर्थन के लिए जेडीयू विधायक ने कोई शर्त भी नहीं रखी है। JDU प्रवक्ता डॉ सुनील सिंह ने कहा है कि ‘भाजपा जिस नियत से काम कर रही है। उसकी शुरुआत हो गई है। ये नगालैंड मॉडल है। जिसे भाजपा पूरे देश मे लागू करना चाहती है। दरअसल, वो विपक्ष विहीन सरकार बनाना चाहती है। लोकतंत्र को तारतार कर रही है।’

अचानक पलटे घटनाक्रम से नीतीश शॉक्ड!

जदयू की केंद्रीय कमेटी ने नगालैंड की राज्य कमेटी को भंग कर दिया गया है। जदयू केंद्रीय कमेटी की यह अनुशासनात्मक कार्यवाही है। दरअसल, नगालैंड जदयू प्रदेश कमेटी ने बिना केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किए बगैर और केंद्रीय नेतृत्व को इसकी जानकारी दिए बिना नगालैंड की भाजपा समर्थित सरकार को समर्थन दे दिया है। हालांकि जदयू को नगालैंड में केवल एक ही सीट मिली थी। अब वह भी भाजपा के समर्थन से चलने वाली सरकार में चली गई है। इसे देखते हुए नॉर्थ ईस्ट के प्रभारी अफाक अहमद खान ने पूरे जदयू कमेटी को भंग कर दिया है।

अब नए सिरे से बनाई जाएगी कमेटी

अफाक अहमद खान ने बताया कि यह कार्रवाई की नगालैंड की जदयू प्रदेश कमेटी की ओर से बिना केंद्रीय कमेटी की जानकारी में यह फैसला लिया। जो पूरी तरह से गलत है। ये पार्टी के नियमों का उल्लंघन हैं। इसलिए पूरी कमेटी को भंग कर दिया गया है। अब नए सिरे से कमेटी का गठन किया जाएगा।

Compiled: up18 News