NIA करेगी कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच, उदयपुर पहुंची टीम: गृह मंत्रालय

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राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की टीम भी जांच में जुट गई है। घटना की सूचना मिलते ही NIA की 4 सदस्यीय टीम दिल्ली से उदयपुर पहुंची है। NIA की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटी दिखी। उदयपुर हत्याकांड में NIA की एंट्री से लोगों के जेहन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस हत्याकांड में केंद्रीय जांच एजेंसी को क्यों शामिल होना पड़ा है।

गृह मंत्रालय की आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया है, ‘कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच NIA करेगी। किसी भी संगठन और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की संलिप्तता की गहनता से जांच की जाएगी।’

आरोपियों ने PM मोदी को दी धमकी

दर्जी कन्हैयालाल की हत्या करने के बाद आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में आरोपियों ने पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपियों ने वीडियो में सीधे तौर से बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा के कथित विवादित टिप्पणी का जिक्र करता हुआ दिखता है। वह धमकी देता है कि जिस तरह से उसने कन्हैयालाल की हत्या की है, उसी तरह एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी करेगा। धमकी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम आते ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी अलर्ट मोड में आ गई है।

राजस्थान पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि अगर आरोपियों ने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया होता तो शायद मामले की जांच राजस्थान स्तर पर ही रहती लेकिन मामले में पीएम मोदी का नाम आने के बाद जांच में केंद्रीय एजेंसियों को शामिल करना जरूरी हो गया है।

हत्या के तरीके पर NIA अलर्ट

उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल साहू की जिस तरीके से हत्या की गई है उसको लेकर NIA चिंतित है। हत्यारोपियों ने खंजर से वार कर वारदात को अंजाम दिया है। आरोपियों ने खंजर से कन्हैयालाल का गला रेतकर हत्या की है। आरोपियों ने हत्या का पूरा वीडियो भी रेकॉर्ड किया था। हत्या करने का यह तरीका आमतौर पर आतंकी आजमाते हैं। खासतौर से ISIS और तालिबान जैसे आंतकी संगठन इस नृशंस तरीके से हत्या की वारदात को अंजाम देते हैं। NIA को शक है कि कहीं दोनों आरोपियों का जुड़ाव किसी आतंकी संगठन से है क्या।

बता दें कि आरोपी रफीक मोहम्मद मूल रूप से राजसमंद जिले का रहने वाला है जबकि रियाज भीलवाड़ा जिले का रहने वाला है। फिलहाल दोनों उदयपुर के सूरजपोल इलाके में रहते थे। दोनों आरोपियों के परिजनों ने मीडिया के सामने आकर पहचान की पुष्टि की है।

NIA को अंदेशा है कि कहीं किसी आंतकी संगठन या उपद्रवी संस्था ने उदयपुर वारदात को अंजाम देने के लिए उकसाया है। हालांकि NIA के सूत्रों का कहना है कि जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा।

NIA के एक अफसर ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि केंद्र सरकार उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रहा है और मंगलवार रात आतंकवाद निरोधी जांच एजेंसी NIA की चार सदस्यीय एक टीम वहां भेजी गई। अधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर कहा कि प्रथम दृष्टया यह किसी आतंकी हमले की तरह लग रहा है।

बता दें उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो लोगों ने दर्जी कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया।

-एजेंसियां