जयपुर। एनआईए (NIA) ने पीएफआई की फंडिंग (Funding of PFI) को लेकर अजमेर दरगाह के खादिमों की संस्था अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती (Syed Sarwar Chishti) से पूछताछ की है. एनआईए ने नोटिस के जरिए चिश्ती को तलब किया था. बाद में शुक्रवार को राजधानी जयपुर में स्थित एनआईए दफ्तर में पूछताछ की गई. सरवर चिश्ती पीएफआई के कई कार्यक्रमों में भाग ले चुके हैं. उनमें कोटा में दो साल पहले हुई पीएफआई की रैली भी शामिल है. पीएफआई के सदस्यों के साथ अजमेर दरगाह शरीफ में उनकी बैठक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
सरवर चिश्ती अक्सर पीएफआई की वकालत करते नजर आए हैं. हालांकि मीडिया से बातचीत में सरवर चिश्ती ने कहा कि अजमेर दरगाह में उर्स की तैयारियों को लेकर बात करने के लिए एनआईए ने बुलाया था. उसी सिलसिले में बात हुई है. पीएफआई से जुड़ा कोई मसला नहीं है.
उल्लेखनीय है कि अजमेर में सर तन जुदा करने का नारा देने वाला गौहर चिश्ती सैयद सरवर चिश्ती का ही भतीजा है. गौहर चिश्ती के मामले में भी शुक्रवार को अजमेर कोर्ट में सुनवाई हुई.
कोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस के बाद आरोप तय किए
अजमेर दरगाह की सीढ़ियों से विवादित नारा लगाने के मामले में गिरफ्तार गौहर चिश्ती और अन्य के खिलाफ एडीजे कोर्ट संख्या चार ने पुलिस की ओर से पेश की गई चार्जशीट पर दोनों पक्षों की बहस के बाद आरोप तय कर दिए हैं. कोर्ट ने गौहर चिश्ती के खिलाफ आईपीसी की धारा 302/115 के खिलाफ आरोप तय किए हैं और अब इस पर अगली तारीख पर बहस होगी.
गौहर चिश्ती ने दरगाह की सीढ़ियों से दिया था विवादित नारा
गौहर चिश्ती ने पिछले साल जून महीने में दरगाह की सीढ़ियों से विवादित नारा दिया था. उसके बाद उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ था. पुलिस ने आरोपी गौहर चिश्ती और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था. फिलहाल आरोपी अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है. गिरफ्तारी के बाद से ही गौहर चिश्ती की जमानत निचली कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट से भी रद्द हो चुकी है. पैरोल अर्जी भी कोर्ट खारिज कर चुकी है.
Compiled: up18 News