एनएसजी के 37वें स्थापना दिवस पर आतंकवाद विरोधी सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। इसमें शामिल हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि वह फोर आइज यानी खुफिया, नवाचार, एकीकरण और अंतरएजेंसी समन्वय पर जोर देते हैं। वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड एनएसजी के महानिदेशक एमए गणपति ने कहा कि हमें हर समय तैयारी बनाए रखने की जरूरत है।
एमए गणपति ने कहा कि कठिन परिस्थितियों के लिए अपनी तैयारी बनाए रखने की जरूरत है। इस सेमिनार के माध्यम से हम ऐसे परिदृश्यों पर भी चर्चा करेंगे और एक एसओपी बनाएंगे।
नौसेना प्रमुख हरि कुमार ने कहा कि किसी भी खतरे के खिलाफ लड़ने के लिए सबसे पहले सटीक खुफिया जानकारी होना जरूरी है। भारत, हाल के वर्षों में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और उसका उपयोग करने में अधिक कुशल हुआ है। भारतीय नौसेना के लिए जी-सैट 7 एक ऐसा ही उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में 14 खुफिया एजेंसियां काम कर रही हैं। सूचना को जुटाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने की आवश्यकता है। भारतीय नौसेना राष्ट्रीय समुद्री डोमेन जागरूकता या एनएमडीए परियोजना पर काम कर रही है।
नौसेना प्रमुख ने कहा कि ‘अफगानिस्तान, इराक, सीरिया, लेबनान, सोमालिया, सूडान, यूक्रेन, रूस और अब हमास-इस्राइल को देखें। युद्ध करने का तरीका बदल रहा है। भविष्य की चुनौतियों से सहयोग करके ही निपटा जा सकता है। हम सभी के लिए समृद्धि, सुरक्षा और विकास तभी हासिल कर सकते हैं जब हम सहयोग करें।’
Compiled: up18 News
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